जनता दल यू के वरिष्ठ नेता और ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री डा. भीम सिंह ने कहा है कि आरएसएस के विचारों के विपरीत भाजपा जातीयता पर उतर आई है फिर भी इस चुनाव में उसे कोई लाभ नहीं मिलने वाला
बिहार के ग्रामीण कार्य एंव पंचायती राज मंत्री डा भीम सिंह ने कहा है कि राष्ट्रीय जनता दल और भारतीय जनता पार्टी की लाख कोशिशों के बावजूद जनता ने उन्हें नकार दिया है. उन्होंने दावा किया कि 7 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव में राजद और भाजपा के उम्मीदवार वोटों के लिए तरसते नजर आये.
उन्होंने कहा कि हालांकि भाजपा ने चुनाव के एक दिन पहले जातीय राजनीति का स्तरहीन खेल खेला इसके बावजूद लोगों ने उसे नकार दिया. उन्होंने कहा कि आरएसएस की स्थापित विचारधारा के विपरीत नरेंद्र मोदी ने जातीय राजनीति का कार्ड खेला.
भीम सिंह ने यह भी कहा कि 7 मई को जब चुनाव हो रहे थे ठीक उसी दिन भाजपा ने एक और जातिवादी चाल चलते हुए खास जातीय नेताओं की तस्वीर वाला विज्ञापन अखबारों में छपवा कर समाज में जातीय गोलबंदी करने की कोशिश की.
दूसरी तरफ भीम सिंह ने राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद पर आरोप लगाया कि उन्होंने सारण में अधिकारियों के साथ गाली गलौज करके अपने समर्थकों को उत्तेजित करने का हथकंडा भी अपनाया लेकिन यह हथकंडा भी चुनाव में काम नहीं आया.
भीम सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह विश्वास और मजबूत हुआ है कि भाजपा और राजद जैसी पार्टियां शक्तिशाली हुई तो धर्म और जाति के आधार पर समाज में विभाजन और बढ़ेगा. भीम सिंह ने दावा किया है कि इंडिया शाइनिंग की तरह, अबकि बार मोदी सरकार का नारा भी फिसिड्डी साबित हुआ है.