अब राजस्थान के जैसलमेर जिले के एसपी पंकज चौधरी के तबादले पर बावेला मच गया है.राज्य सरकार आरोप लगा है कि उसने पंकज को ईमानदारी की सजा दी है.
हालांकि पंकज के साथ राज्य के 49 आईएएस व आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया गया है. पर पंकज के मामले में तूल पकड़ने की वजह यह है कि उन्होंने पोखरण से कांग्रेस के विधायक सालेह मोहम्मद के पिता गाजी फकीर के खिलाफ पुराना केस खोलने के बाद ही एसपी पंकज चौधरी का तबादला कर दिया गया.
गौरतलब है कि गाजी पर अनेक मामले लंबित पड़े हैं.
एसपी चौधरी ने जौसे ही उसके खिलाफ कार्रवाई करने की सोची, फौरन उनका तबादला करवा दिया गया. एसपी पंकज चौधरी के तबादले की सूचना मिलते ही उनके तबादले का विरोध करते हुए स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए.
हलांकि राजस्थान में पंकज चौधरी के साथ-साथ 49 आइएएस और आइपीएस अधिकारियों के तबादले हुए हैं. बावजूद इसके लोग इसे कांग्रेस विधायक को खिलाफ की गई प्रतिक्रिया के तौर पर देख रहे है.
गौरतलब है कि 80 साल के गाजी फकीर के खिलाफ पिछले तीन सालों में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई थी.
हाल ही में उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर की एसडीएम दुर्गाश्कति नागपाल को रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने पर निलंबित करने का सरकार पर आरोप लगा था. इसके बाद राजस्थान के जैसलमेर के एसपी का तबादले पर विवाद हो गया है.