राजद छोड़ने के बाद अब पप्पू यादव ने अब तीसरे मोर्चे की जड़ में पलीता लगाने का ठान लिया है. उन्होंने अरवल के बाद अब जहानाबाद से भी तीसरे मोर्चे के खिलाफ अपने उम्मीदवार खड़े कर दिये हैं.
गौर तलब है कि पिछले दिनों तारिक अनवर की पार्टी एनसीपी, समाजवादी पार्टी और पप्पू यादव की जनअधिकार पार्टी ने तीसे मोर्चे के तहत चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. लेकिन जहानाबाद से एनसीपी के उम्मीदवार अवैस अम्बर ने आरोप लगाया है कि पप्पू यादव ने जहानाबाद में गठबंधन के समझौते के खिलाफ अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया. अवैस अम्बर ने 28 सितम्बर को नामांकन भरा. इस क्षेत्र से जन अधिकार पार्टी ने भी अपने कंडिडेट एजाज अहमद को मैदान में उतार दिया है. इससे पहले अरवल से भी पप्पू की पार्टी ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया.
जहानाबाद से एनसीपी प्रत्याशी अवैस अम्बर ने आरोप लगाया है कि जन अधिकार पार्टी ने गठबंधन धर्म का उल्लंघन किया है. उन्होंने कहा कि सोमवार को तीसरे मोर्चे के नेताओं ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी लेकिन पप्पू यादव इसमें शामलि नहीं हुए.
पिछले छह महीने से पप्पू यादव यह सुनिश्चित नहीं कर पा रहे हैं कि वह कब किसके साथ होंगे और कब किसके खिलाफ हो जायेंगे. राजद छोड़ने के बाद उन्होंने यह घोषणा की थी कि वह जीतन राम मांझी के साथ मिल कर चुनाव लड़ेंगे. उसके बाद उनकी नजदीकी भाजपा से बढ़ी और फिर वह भाजपा गठबंधन में नहीं गये. फिर उन्होंने एनसीपी, एसपी आदि पार्टियों के संग मिल कर तीसरा मोर्चा बनाया लेकिन अब उनकी पार्टी ने जिस तरह से अपने ही मोर्चा के प्रत्याशियों के खिलाफ उम्मीदवार खड़े कर रही है उससे लगता है कि वह तीसरे मोर्चे को भी पलिता लगाने पर तुले हैं.