मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रचार यात्रा होर्डिंग से शुरू हुई थी। इसके बाद टैम्पो और बनियान तक पहुंच गयी है। होर्डिंग से बनियान तक में जदयू नहीं, नीतीश ने कई पड़ाव देखे। कई कार्यक्रम हुए। एसके मेमोरियल हॉल से ‘हर घर दस्तक’ तक में नीतीश कुमार की जयकार हुई। अब जयकारा सड़कों और चौक-चौराहों पर भी हो रहा है। स्टॉल लगाकर कर नीतीश की विकास यात्रा की गाथा सुनायी जा रही है।
वीरेंद्र यादव
इन सब की निगरानी सांसद आरसीपी सिंह की देखरेख में हो रही है। इसके लिए संसाधनों की व्यवस्था भी वही कर रहे हैं। नीतीश कुमार के कंपेन का ऑपरेशन भी वहीं से हो रहा है। इसके लिए ‘यंग फार नीतीश’ नामक ग्रुप भी दिनरात लगा हुआ है। उसे प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है और पैसा भी दिया जा रहा है। ताकि वह कंपेन को प्रभावी ढंग से लागू कर सकें।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ‘बढ़ चला बिहार’ पर ग्रहण लगने के बाद ‘बढ़ चले नीतीश’ की जमकर मार्केटिंग हुई। लालू यादव द्वारा नीतीश को नेता घोषित करने के बाद इसकी सामाजिक स्वीकृति और आधार भी बढ़ा। इसका चुनाव पर क्या असर रहेगा, कहना मुश्किल है। लेकिन फिलहाल नीतीश का कंपेन गतिशील है और दिख भी रहा है।