पूर्व आईएएस अधिकारी व लेखक एमए इब्राहिमी ने मौजूदा चुनाव परिणामों के बाद आशंका व्यक्त की है कि अब कथित सेक्युलर पार्टियां भी नर्म हिंदुत्व की राह अपनायेंगी.
उन्होंने कहा कि सेक्युलरिज्म के नाम पर राजनीति करने वाली पार्टियां अब बहुसंख्यकों की तुष्टिकरण की राजनीति की तरफ अग्रसर होंगी.
गौरतलब है कि इब्राहिमी का यह बयान यूपी, उत्तराखंड में हिंदुत्व की अलमबरदार भाजपा की जीत के बाद आया है. इब्राहिमी ने कहा कि, आज भाजपा का हिंदुत्व के प्रति जो रवैया है, वही रवैया कांग्रेस का 80 और 90 के दशक में हुआ करता था. कांग्रेस नर्म हिंदुत्व के एजेंडे पर काम करती थई.
इब्राहिमी ने कहा कि पीबी नरसिंह राव हालांकि कांग्रेस के प्रधानमंत्री थे लेकिन उन्हें देश में भाजपा का पहला प्रधानमंत्री कहा जाता है. याद रहे कि नरसिंह राव 1991 में प्रधानमंत्री बने थे और उनके कार्यकाल में ही 1992 में बाबरी मस्जिद का ध्वंस हुआ था.