मौसम विभाग के महानिदेशक एल एम राठौड ने कहा है कि भूकंप से उत्पन्न ऊर्जा जितनी जल्दी निकल जायेगी, आगे उतना अच्छा होगा और बडे भूकंप के बाद एक वर्ष तक कम तीव्रता के झटके आते रहेंगे। उन्होंने आशंका जतायी कि बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले दो तीन दिनों में बारिश हो सकती है या गरज चमक के साथ छींटे पड सकती है।
श्री राठौड ने नई दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि कल आये विनाशकारी भूकंप के बाद से अब तक 46 झटके आ चुके हैं, जिनकी तीव्रता चार से अधिक है। उन्होंने कहा कि तीन या उससे कम तीव्रता के सैकडों झटके आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि भकंप की वजह से उत्पन्न ऊर्जा जितनी जल्दी और जितनी अधिक मात्रा में निलेगा आगे के लिए उतना ही अच्छा होगा। जब तक यह ऊर्जा नहीं निकलेगा तब तक झटके आते रहेंगें और भूकंप की वजह से खिसके चट्टानों को सही स्थिति में आने में एक वर्ष का भी समय लग सकता है।
उन्होंने विनाशकारी भूकंप से प्रभावित नेपाल और पूर्वी भारत में अगले 48 घंटे में बारिश या गरज चमक के साथ छीटें पडने का अनुमान है, जिससे राहत एवं बचाव कार्य भी प्रभावित हो सकता है। उन्होंने कहा कि नेपाल में आज फिर भूकंप के जबरदस्त झटके महसूस किये गये जिससे बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में भी जमीन कांप उठी। दोपहर 12 बजकर 39 मिनट पर आये इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.7 मापी गयी। उन्होंने कहा कि बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले दो तीन दिनों में बारिश हो सकती है या गरज चमक के साथ छींटे पड सकती है।