राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि बीमारू कहे जाने वाले राज्य राजस्थान के लोगों को स्वस्थ्य रखने के लिए तीन हजार डाक्टरों की बहाली की जायेगी.
रमेश सर्राफ, राजस्थान से
झुझुनू में एक समारोह में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में गठित सरकार यथार्थ पर सभी को साथ लेकर चलने वाली जनता की सरकार है। उन्होंने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे बीमारू कहे जाने वाले राज्य राजस्थान को निरोगी बनाने के लिए कृत संकल्प है।
90 हजार पद खाली
उन्होंने बताया कि चिकित्सा विभाग में लगभग 90 हजार पद रिक्त हैं जिसमें डॉक्टरों के 3 हजार पद भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता की स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करने के लिए सेवानिवृत डॉक्टरों तथा पढाई पूरी कर चुके चिकित्सकों को अनुबंध पर रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार एनआरएचएम में संविदा कर्मियों को नियमित करने की मांग पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि एनआरएचएम कर्मियों द्वारा जारी हडताल का असर गरीब मरीजों के स्वास्थ्य पर पडता है इसलिए वे अपनी जारी हड़ताल को समाप्त कर काम पर लौट आएं।
उन्होंने गिरते लिंगानुपात पर चिन्ता जाहिर की और बेटी बचाओ अभियान को सम्पूर्ण राजस्थान में चलाने की वकालत की। उन्होंने बिसाऊ के भामाशाह जटिया परिवार द्वारा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्रों में की जा रही समाज सेवा पर प्रसन्नता व्यक्त की।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे मण्डावा विधायक नरेन्द्र कुमार ने कहा कि राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पसिर में 46 लाख रूपये की लागत से बनने वाली धर्मशाला का शिलान्यास करना मुख्यमंत्री तथा चिकित्सा मंत्री की मण्डावा विधानसभा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण सौगात है, इससे मरीजों के परिजनों को ठहरने की व्यवस्था होने से मरीजों की देखभाल समय पर अच्छी तरह से हो पाएगी।
समारोह को सम्बोधित करते हुए जिला कलेक्टर डॉ. आरूषी मलिक ने कहा कि यह धर्मशाला 6 माह में बनकर तैयार हो जाएगी, जिसमें मरीजों के परिजनों की आवास संबंधी समस्या का समाधान हो सकेगा