राष्ट्रीय जनता दल ने अपना 18 वां स्थापना दिवस समारोह वैशाली में मनाया. इस अवसर पर राजद ने जदू यू के साथ मिल कर चुनाव लड़ने के संकेत दिये.
लालू प्रसाद ने कहा ,‘अगर राज्य में हाल में हुए संसदीय चुनाव में राजद और जद (एकी) दोनों को मिले मतों के हिस्सों को जोड़ दिया जाए तो यह 45 फीसद तक पहुंच जाएगा, जो भाजपा को हराने के लिए पर्याप्त होगा.’
उन्होंने कहा कि भाजपा के साम्प्रदायिक एजेंडे को ध्वस्त करने के लिए उनके पास बहुत ही कारगर बम है. जिसके विस्फोट में भाजपा का क्षय होना तय है. उन्होंने कहा कि मंडल बम को जलाने की जरूरत है, हमारे कार्यकर्ता तैयार रहे हैं.
ध्यान रहे कि मंडल आयोग की सिफारिशों के आधार पर ही केंद्र सरकार की नौकरियों में पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया गया था. इस आंदोलन के बाद केंद्र की कांग्रेस की सत्ता उखड़ गयी थी. मंडल आयोग की सिफारिशों में से बहुत सारी सिफारिशें अभी लागू नहीं की जा सकीं हैं. राजद प्रमुख का इशारा इसी ओर था कि उनकी पार्टी जद यू के साथ मिल कर मंडल आयोग की बाकी सिफारिशों को लागू कराने का आंदोलन शुरू करेगी.
बिहार में 90 के दशक में सरकारी नौकरियों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षण की सिफारिश करने वाले मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू करने के बाद राजनीति तेजी से बदली थी. लालू प्रसाद के नेतृत्व में 1989 में जनता दल सत्ता में आया और जनता दल से अलग होकर बने लालू प्रसाद नीत राजद का राज्य की सत्ता पर 2005 तक कब्जा रहा. उसके बाद 1994 में नीतीश, जो खुद पिछड़ा वर्ग से आते हैं, लालू से अलग हो गये.
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