सुबह में असेमब्ली के स्पीकर ने मुख्य विपक्षी दल का हक छीन कर भाजपा को झटका दिया तो शाम होते ही अदालत ने मांझी के हिमायती आठ एमएलए को वोटिंग में भाग लेने से वंचित कर दिया.
इन दौ फैसलों से भाजपा और मांझी सरकार को करारा झटका लगा है. दूसरी तरफ नीतीश खेमे में जश्न का माहौल है.
इस बीच वोटिंग राइट से वंचित एक एमएलए राजू सिंह ने नौकरशाही डॉट इन को बताया है कि वे सभी एमएलए सुप्रीम कोर्ट जायेंगे
मांझी को 20 फरवरी को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना है. आठ विधायकों के वोटिंग प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेने से विधानसभा में अधिकतम सदस्यों की संख्या 235 होगी। इस आधार पर अब बहुमत के लिए 113 विधायकों का समर्थन चाहिए.
जिनका वोटिंग राइट अदालत ने छीना है उनमें ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, राहुल कुमार, पूनम देवी, सुरेश चंचल, राजू सिंह , नीरज कुमार बब्लू और रवींद्र राय शामिल हैं. गौर तलब है कि ये तमाम एमएलए जद यू के बागी रहे हैं और मांझी की हिमायत कर रहे हैं.