उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार में जदयू के नेता भी चुनाव प्रचार करेंगे। इसी क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा संसदीय क्षेत्र वाराणसी से चुनाव का बिगुल फूकेंगे। जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार आगामी चार अप्रैल को वाराणसी में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे और जदयू के उम्मीदवारों को चुनाव में जीत दिलाने की अपील करेंगे। जदयू के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक पार्टी बिहार चुनाव में सफलता के बाद उत्साहित है और उसे अन्य राज्यों में भी दोहराना चाहती है।
रालोद के अजीत सिंह से गठबंधन
हाल के दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने दिल्ली दौरे पर राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया अजीत सिंह से मुलाकात की थी। उस समय खबर आयी थी कि जदयू और रालोद के साथ जनता दल के बिना मुलायम लालू वाले घटक दलों को साथ लेकर एक फ्रंट बनाया जायेगा। इतना ही नहीं, दिल्ली दौरे में यह भी बात निकलकर सामने आयी थी कि रालोद का विलय जदयू में होगा। यूपी चुनाव में हो सकता है इसे अमली जामा पहनाया जाये। पार्टी सूत्रों की माने तो जदयू का मानना है कि जैसा गंठबंधन बिहार चुनाव से ऐन पहले पार्टी ने किया था ठीक उसी तर्ज पर एक गंठबंधन यूपी चुनाव से पहले किया जायेगा और बीजेपी का मुकाबला करने के लिये पूरी तैयारी की जायेगी।
जदयू के अंदरखाने से मिल रही जानकारी के मुताबिक वाराणसी से चार अप्रैल को चुनावी करने के बाद नीतीश कुमार को अगले पीएम के रूप में देश के सामने पेश करने की योजना है। हालांकि इस मसले पर बिहार में नीतीश के साथ सरकार चला रही कांग्रेस और राजद की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है।