सत्तारूढ़ जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने मांझी मंत्रिमंडल में सब कुछ ठीक होने की बात सार्वजनिक तौर पर स्वीकार करते हुये मुख्यमंत्री को अपने मंत्रियों से रिश्ता सुधारने की सलाह दी है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने आज पटना में संवाददाताओं से बातचीत में स्वीकार किया कि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के मंत्रिमंडल में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। उन्होंने कहा कि जो खबरें आ रही हैं, उससे लगता है कि मुख्यमंत्री और कुछ मंत्रियों के बीच खाई बढ़ती जा रही है, जो ठीक नहीं है।
ललन व शाही के खिलाफ मांझी से बयान से उखड़े प्रदेश अध्यक्ष
श्री सिंह ने कहा कि मंत्रिमंडल श्री मांझी का है और उसमें मंत्री तो मुख्यमंत्री के सहयोगी हैं। मुख्यमंत्री को अपने मंत्रियों को साथ लेकर आगे चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री मांझी को खुद पहल कर अपने मंत्रियों से रिश्ता सुधारना चाहिए। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने पार्टी के प्रवक्ताओंको बयान देने में संयम बरतने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि किसी को भी ऐसा बयान मीडिया में नहीं देना चाहिए, जिससे पार्टी को परेशानी का सामना करना पड़े।
गौरतलब है कि श्री मांझी ने कल संवाददाता सम्मेलन में स्वीकार किया था कि वह पथ निर्माण विभाग के काम से संतुष्ट नहीं है, इसलिए उन्होंने अधिकारियों का तबादला किया था। उन्होंने तबादले पर आपत्ति जताने वाले पथ निर्माण मंत्री ललन सिंह और वन एवं पर्यावरण मंत्री पी.के.शाही के पत्र के संबंध में पूछे जाने पर कहा था कि दोनों मंत्रियों को वर्ष 2007 के र्सकलर की जानकारी नहीं होगी इसलिए उन लोगों ने मुख्य सचिव को पत्र लिखा था। वर्ष 2007 में सरकार के स्तर पर एक संकल्प जारी हुआ था जिसमें तबादला का अधिकार मुख्यमंत्री को दे दिया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि यदि दोनो मंत्री उनसे पहले कहते तो वह अधिकारियों को तबादला नहीं करते।