पटना विश्वविद्यालय में चुनावी गहमागहमी के बीच अब से कुछ घंटे बाद यानी बुधवार सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हो जाएगा। इसके लिए 46 बूथ बनाये गए हैं, जिन्हें 17 निर्वाचन क्षेत्र में बंटा गया है। इस चुनाव के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गयीं हैं। इस बार 20 हजार से ज्यादा विद्यार्थी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदान के बाद काउंसेलर सदस्य के लिए मतदान केंद्र पर ही मतगणना शुरू हो जाएगी।
नौकरशाही डेस्क
बता दें कि इस बार पुसू चुनाव से पहले प्रचार के दौरान हिंसा की भी घटनाएं देखने को मिली, जिसके बाद पटना विवि की राजनीति कैम्पस से बाहर निकल कर प्रदेश स्तर पर आ गयी। इसकी वजह बन चुनावी रणनीतिकार और जदयू में नम्बर दो यानी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर। सोमवार को प्रेसिडेंसीएल डिबेट के बाद शाम के अंधेर में प्रशांत किशोर वीसी से मुलाकात के लिए उनके आवास पर आ गए, जिसका विरोध अखिल भारतीय विद्धार्थी परिषद के छात्रों ने पुर जोर तरीके से किया। उन्होंने प्रशांत किशोर के खिलाफ नारेबाजी भी की और उनकी गाड़ी पर पथराव भी किया। इस दौरान पुलिस ने एबीवीपी के दर्जनों छात्रों को गिरफ्तार कर लिया।
इस गिरफ्तारी से एबीवीपी, भाजयुमो और यहां तक की पटना जिला की भाजपा इकाई ने विरोध कर दिया और देर शाम बांकीपुर के विधायक नितिन नवीन के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलने राजभवन जा पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल ने जदयू नेता प्रशांत किशोर के पुसू चुनाव में दखलंदाजी की शिकायत ज्ञापन सौंप कर की। उसके बाद आज सुबह कुम्हरार विधायक अरुण सिन्हा पुलिस द्वारा गिरफ्तार छात्रों की रिहाई और प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पीरबहोर थाना कैम्पस में धरने पर बैठ गए। इसके बाद दवाब में आई पुलिस ने उन छात्रों को रिहा भी कर दिया।
तब तक प्रदेश की राजनीति के केंद्र में पटना विवि आ चुकी थी। नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने इस बहाने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा और कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश जी की प्रशासनिक असफलता और तानाशाही के ख़िलाफ़ बीजेपी विधायक पटना में धरने पर बैठे है। अगर महागठबंधन मे रहते हुए राजद विधायक ऐसा कर देते तो श्री श्री नैतिकतावादी चाचा जी की अंतरात्मा जागकर अबतक राजभवन में पहुँच चुकी होती। कुछ बोलिए चाचा जी? काहे चुप्पी खींचे है? एनडीए से नाराज चल रहे रालोसपा नेता उपेंद्र कुशवाहा ने भी नीतीश कुमार पर हमला बोला। हालांकि इस मामले में जदयू की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया।
बहरहाल, पुसू चुनाव की गरमा गरम राजनीति के बाद अब कल सुबह 46 मतदान केंद्रों पर छात्र अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
मतदान के बाद काउंसेलर सदस्य के लिए मतदान केंद्र पर ही मतगणना शुरू हो जाएगी। वहीं सेंट्रल पैनल के प्रत्याशियों के वोटों की गिनती पटना सायंस कॉलेज के परीक्षा भवन में होगी। यहां चार बजे के बाद मतगणना शुरू हो जाएगी। मतदान और मतगणना केंद्रों के 100 मीटर के परिधि में धारा 144 लागू रहेगा। ऐसे में पांच या पांच व्यक्ति के गैर कानूनी जमाव पर रोक रहेगा। प्रदर्शन, धरना, जुलूस आदि पर भी पाबंदी रहेगी।