बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा प्रशासनिक पदों के लिए ली जाने वाली मुख्य परीक्षा अब 1020 की होगी। साक्षात्कार अब 120 अंकों का होगा, जबकि पुरानी व्यवस्था में साक्षात्कार 150 अंकों का होता था। कैबिनेट की बैठक के बाद प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने बताया कि बिहार असैनिक सेवा में सीधी नियुक्ति के लिए बीपीएससी द्वारा आयोजित संयुक्त परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया गया है।
नौकरशाही ब्यूरो
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कैबिनेट का फैसला
प्रमुख बदलाव मुख्य परीक्षा के पैटर्न में किया गया है। सामान्य ज्ञान एक पेपर का होगा, जो 300 अंकों का होगा। जबकि ऐच्छिक विषय के रूप में अब सिर्फ एक विषय रहेगा, जिसके दो पेपर होंगे। दोनों पेपर तीन-तीन सौ अंक के होंगे। यानी लिखित परीक्षा तीन पेपर तीन-तीन अंक यानी 900 अंकों की होगी, जबकि साक्षात्कार 120 अंकों का होगा। सफल परीक्षार्थियों की मेधा सूची इन्हीं 1020 अंकों के आधार पर बनेगी। उन्होंने कहा कि बिहार प्रशासनिक सेवा संवर्ग के पदाधिकारियों को अपर समाहर्ता या समकक्ष स्तर के पदाधिकारियों को संयुक्त सचिव स्तर में पदोन्नति दी गयी है।
श्री मेहरोत्रा ने कहा कि सात निश्चिय के लिए प्रति ग्राम पंचायत 1 करोड़ 66 लाख रुपये दिए जाएंगे। इस राशि से हर घर जल योजना को कार्यान्वित किया जाएगा। इनमें कुछ पंचायतों में पीएचइडी काम करवाएगा, जबकि कुछ पंचायतों में पंचायती राज विभाग काम करवाएगा। प्रधान सचिव ने कहा कि ग्राम कचहरी के लिए नियोजित होने वाले न्याय मित्रों की नियुक्ति में उम्र को वरीयता दी जाएगी। इसके लिए विधि स्नातक जरूरी है। लेकिन दो अभ्यर्थियों को समान अंक होने पर उम्र को वरीयता दी जाएगी। सामान्य प्रशासन विभाग ने बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा प्रथम इंटर स्तरीय संयुक्त् प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित करने के लिए 25 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।