उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने देश के विकास में अभियंताओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए आज कहा कि देश के लाखों अभियंता अपने ज्ञान और प्रयोगों से सदैव मानव जीवन को निरन्तर सुरक्षित, सहज और सुविधाजनक बनाते रहे हैं।
दिल की बात में तेजस्वी यादव का उद्गार
श्री यादव ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर “दिल की बात” श्रृंखला के तहत एक नये पोस्ट में कहा कि अक्सर कहा जाता है कि वह ज्ञान व्यर्थ है, जिसकी उपयोगिता आम जीवन के कष्ट निवारण या सुविधा उत्पन्न करने में ना हो। इसका श्रेय हमारे देश के अभियंताओं को जाता है जो अपने ज्ञान और प्रयोगों से सदैव मानव जीवन को निरन्तर सुरक्षित, सहज और सुविधाजनक बनाते रहे हैं। बिहार के अभियंताओं का विशेष रूप से प्रशंसक रहा हूँ। इसका एक बड़ा कारण यह है कि वे लंबे समय से सीमित संसाधनों का सदुपयोग करते हुए बिहार जैसे ग़रीब राज्य में हमेशा आधारभूत संरचना पर काम करते हुए उसे सुदृढ़ बनाते आए हैं।
तेजस्वी ने आगे लिखा कि हम सब के जीवन पर अभियंताओं का किसी ना किसी रूप में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ठीक उसी तरह बिहार के अभियंता का सकारात्मक प्रभाव राज्य के विकास, बिहारवासियों के आम जन जीवन और यहां की तेज़ी से सुधरती आधारभूत संरचना पर पड़ा है। बिहार अपेक्षाकृत कम संसाधनों वाला राज्य है। अपनी संसाधनों की सीमाओं को नकारते हुए विकास की गाड़ी को बिहार सरकार द्रुतगामी प्रभाव से भगाने को कटिबद्ध है और सरकार के इस दृढ़ संकल्प को अमलीजामा पहनाने में बिहार के सक्षम और कर्मठ अभियंताओं का पूरा-पूरा सहयोग मिल रहा है।
उप मुख्यमंत्री ने एक ताजा अध्ययन का हवाला देते हुए कहा कि हाल ही में एक अध्ययन में यह दावा किया गया कि बिहार, पंजाब और दिल्ली के अभियंता देश में सबसे अधिक योग्य हैं। बिहार मूल के अभियंता अपनी पढ़ाई बिहार में करें अथवा बाहर जाकर, पर उनकी नींव बिहार में ही तैयार होती है। बिहार के अभियंताओं पर बिहार की जनता को गर्व है, जिन्होंने अपनी काबिलियत और कर्मठता के दम पर पूरे देश में बिहार का नाम रौशन किया है।