सांसदी का रोब जब अहंकार में बदल जाये तो कुछ नेता आम जन को भी हिकारत से देखने लगते हैं. ऐसी ही घटना भाजपा के मधुबनी सांसद हुक्मदेव नारायण के चलते हुई. उन्होंने एयरपोर्ट से रनवे तक जाने वाली बस में अपने सिवा किसी सवारी को बैठने नहीं दिया.
नतीजनत पैसेंजरों को धूप में इंतजार करना पड़ा और वह खुद हवाई जहाज तक अकेले बस से गये.
यह घटना रविवार की है
मालूम हो कि पिछले दिनों शिवसेना के सांसद ने एयरलाइन के एक कर्मी को 25 चप्पलें मारी थीं.
हुकम्देव नाराण बिहार से मधुबनी के सांसद हैं और उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा समाजवादी विचारों के साथ की थी. मधुबनी के एक ग्रामीण परिवेश के हुक्मदेव नारायण का पहिरावा भी इतना साधारण है कि वह देखने से जमीन से जुड़े लगते हैं लेकिन उनके व्यवहार के कारण यात्रियों को अपमानित महसूस करना पड़ा. रविवार को पटना से दिल्ली के लिए विमान ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे एयरपोर्ट बिल्डिंग से रनवे पर खड़े विमान तक बस में अकेले जाएंगे। विमान कंपनी जेट एयरवेज के ग्राउंड स्टॉफ ने उनकी बात मान ली। उन्हें अकेले बस में बैठाकर एयरक्रॉफ्ट तक ले जाया गया जबकि बाकि यात्री बस टर्मिनल पर धूप में खड़े रहे। एयरलाइन्स ने अन्य यात्रियों को दूसरे बस से फ्लाइट तक भेजा।
इस घटना के बाद यात्रियों ने काफी हंगामा मचा दिया. बाद में जेट एयर ने यात्रियों से माफी मांगी.