यूपी में मुख्य सचिव के पद से आलोक रंजन के रिटायर होने के बाद से इस पद पर दीपक सिंघल बिठाये गय हैं. इस पद के लिए मजबूत नौकरशाहों ने अपनी अपनी लाबी से पूरी जोर आजमाईश की लेकिन सिंघल सब पर भारी पडे.
सीनियर आईएएस प्रवीर कुमार पिछड़ गए और मैनेजमेंट में माहिर 1982 बैच के दीपक सिंघल बाजी मार ले गए। वहींं, आलोक रंजन के रिटायर होने के बाद 1982 बैच के प्रवीर कुमार को कार्यवाहक मुख्य सचिव बनाया गया था।
चर्चा है कि दीपक सिंघल के मुख्य सचिव बनाने के लिए अमर सिंह और शिवपाल यादव ने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी,ट
शिवपाल यादव के दीपक सिंघल करीबी माने जाते हैं और अमर सिंह से भी उनके रिश्ते काफी अच्छे हैं। ऐसे में सपा के इन दोनों दिग्गज नेताओं ने मुलायम से दीपक सिंघल की पैरवी की थी। दीपक सिंघल को मुख्य सचिव के अलावा प्रमुख स्थानिक आयुक्त, यूपी, नई दिल्ली और पिकप के अध्यक्ष का भी चार्ज दिया गया है।
दीपक सिंघल ने मुख्य सचिव का कार्यप्रभार ग्रहण कर कहा कि सरकार की प्राथमिकताओं पर उनका पूरा ध्रयान रहेगा उन्होंने कहा कि किसान और बेरोजगार नौजवान को रोजगार देना मेरी प्राथमिकता रहेगी।