अमित शाह का मिशन किसान वार्ता टाएं-टाएं फीस
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मंगलवार रात को हुई किसानों की वार्ता आफल हो गई है।
किसानों ने अमित शाह के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
बैठक के बाद किसान नेताओं ने कहा कि सरकार कृषि कानूनों को रद्द करने को तैयार नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा वे बुधवार को सरकार के साथ होनेवाली छठे दौर की वार्ता में शामिल नहीं होंगे।
गृह मंत्री के साथ हुई बैठक के बाद अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) के नेता एवं माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य हन्नान मोल्लाह ने कहा कि हम बुधवार को सरकार के साथ होने वाली वार्ता में शामिल नहीं होंगे। हन्नान ने बताया, “अमित शाह ने हमसे कहा कि सरकार जो संशोधन करना चाहती है वह उसे लिखित में देगी। लेकिन सरकार तीनों कानूनों को निरस्त करने को तैयार नहीं है। जबकि हम तीनों कानूनों को निरस्त करना चाहते हैं, बीच का कोई रास्ता नहीं है।
गौर तलब है कि भारत बन्द के गत्काल बाद अमित शाह ने किसानों को निर्धारित समय से पहले वार्ता के लिए बुलाया था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गतिरोध समाप्त करने के प्रयासों के तहत किसान नेताओं के एक समूह से मुलाकात की थी। 13 किसान नेताओं को शाह के साथ इस बैठक के लिए बुलाया गया था। बैठक रात आठ बजे शुरू होकर करीब 11:30 बजे तक चली।