स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि आठ वर्ष पूर्व केन्द्र की तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने एक साजिश के तहत गुजरात की भारतीय जनता पार्टी सरकार को बदनाम करने के इरादे से वहां के उस समय गृह मंत्री रहे अमित शाह को सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले में केन्द्रीय एजेंसियों का सहारा लेकर आरोपी बनाया था, लेकिन अब इसमें अदालत का फैसला आ जाने के बाद कांग्रेस का चेहरा बेनकाब हो गया है।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री पांडेय ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आठ वर्ष पूर्व गुजरात में भाजपा नीत नरेन्द्र मोदी सरकार में गृह मंत्री रहे श्री शाह को केन्द्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का इस्तेमाल कर सोहराबुद्दीन पुलिस मुठभेड़ मामले को फर्जी बताकर आरोपी बनाया था। कांग्रेस और उसके शीर्ष नेतृत्व ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मोदी एवं उस समय की भाजपा सरकार को बदनाम करने के लिये यह प्रपंच रचा था।
श्री पांडेय ने कहा कि इस मामले में ब्यूरो की विशेष अदालत का निर्णय आ जाने के बाद कांग्रेस पार्टी और तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बेनकाब हो गयी कि किस तरह से उन्होंने ब्यूरो से मिलकर झूठा साक्ष्य बनाने का प्रयास किया था ताकि श्री शाह को राजनीतिक दृष्टि से बर्बाद किया जा सके। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शाह और उनके परिवार को इस दौरान मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका ने इस मामले में देश के समक्ष सच को अब प्रस्तुत कर दिया है।