बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज आरोप लगाया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए जो मानक तय किये हैं, उससे केवल अमीर सवर्णों को लाभ होगा।
श्री यादव ने उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि मोदी सरकार ने गरीब सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण का लाभ देने के लिए आठ लाख रुपये सालाना आय का मानक तय किया है जबकि आयकर में छूट की सीमा ढाई लाख रुपये रखी गई है।
इससे ऐसा प्रतीत होता है कि मोदी सरकार केवल अमीर सवर्णों को आरक्षण का लाभ देना चाहती है।
नेता प्रतिपक्ष ने पिछड़ी जाति को उनकी आबादी के अनुरूप आरक्षण दिये जाने की मांग करते हुये कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने भी राजद की तर्ज पर वर्ष 2021 में जातीय जनगणना कराने की मांग की है।
यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुये कहा, जननायक के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वाले लोग अब उनकी जयंती पर कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। उन्हें अपने कृत्य पर शर्म आनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा अपने वैचारिक मार्गदर्शक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रभाव में देश में फिर से ‘वर्ण व्यवस्था’ लागू करना तथा गरीबों और दलितों को खस्ताहाला बनाना चाहती है।