बाबरी मस्जिद कमेटी और आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मुसलमानों से अपील की है कि अयोध्या में शिव सैनिकों और विश्व हिंदू परिषद के हजारों लोगों के जुटान के दौरान वे किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें.
बाबरी मस्जिद कमेटी और आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता कासिम रसूल इलियास ने कहा है कि मुस्लिम बोर्ड, जमिय उलेमा ए हिंद और दीगर तंजीमें इस मामले पर बैठक कर रही हैं. संभव है कि इस मामले में पहले राष्ट्रपति से मिला जायेगा. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में भी जाया जा सकता है.
वीएचपी से टकराव के भय से शिव सेना का बदला प्लान
उद्धव ठाकरे के अयोध्या पहुंचते ही शिवसेना ने अपने कार्यक्रम में अचानक बदलाव किया है. शिवसैनिक शनिवार को ही अयोध्या से मुंबई के लिए विशेष ट्रेन से रवाना हो जाएंगे. इस बाबत शिवसेना ने रेलवे के अधिकारियों को पत्र लिखकर जानकारी दी है. जानकारी के मुताबिक यह बदलाव विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं और शिव सैनिकों के बीच टकराव की स्थिति को रोकने के लिए किया गया है
गौरतलब है कि शिवसेना और विश्व हिंदू परिषद के हजारों लोग अयोध्या में धर्म संसद का आयोजन कर रहे हैं. पूरा अयोध्या शिव सैनिकों और वीएचपी के कार्यकर्ताओं से भर गया है. यहां का माहौल काफी तनाव पूर्ण है.24 और 25 नवम्बर को यहां धर्म संसद का आयोजन है. शहर में हर ओर राम मंदिर निर्णाम का नारा गूंज रहा है.
ऐसी स्थिति में मुस्लिम संगठनों ने बड़े पैमाने पर यह संदेश सोशल मीडिया पर जारी किया है कि मुसलमान किसी तरह की अफवाह पर ध्यान ना दें और सब्र से काम लें. इलियास ने कहा कि मुसलमानों को सब्र से काम लेना चाहिए और अल्लाह पर भरोसा करना चाहिए. उधर मौलाना अबुल कलाम कासमी ने भी ऐसी ही अपील जारी की है और कहा है कि मुसलमानों को पैनिक नहीं होना चाहिए.
गौरतलब है कि इस अवसर पर हजारों की संख्या में सीआरपीएफ के जवान तैनात किये गये हैं. लेकिन साथ ही लोगों को आशंका हो रही है कि 90-92 जैसा कोई हादसा ना हो जाए. लोग डर रहे हैं, कुछ लोगों ने अपने घरों से महिलाओं को दूसरी जगहों पर भेजा है.”
“कुछ लोगों ने राशन पानी अपने घर में जमा कर लिया है. 90-92 में भी लोगों को काफी परेशानी हुई थी.”