भागलपुर हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे की मुश्किलें अभी कम होने वाली नहीं है. आज फिर से भागलपुर कोर्ट के एसीजेएम की अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने अर्जित की नियमित जमानत याचिका को नामंजूर कर दिया. वहीं, मामले में कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि दंगों से मेरा कोई लेना देना नहीं है. सरकार अर्जित की है. करा लें जांच.
नौकरशाही डेस्क
बता दें कि अर्जित शाश्वत की ओर से सोमवार को नियमित जमानत याचिका के लिए अर्जी दी गई थी, जिस पर बहस के बाद दूसरे सत्र में कोर्ट ने उनकी अर्जी नामंजूर कर दी. उन पर नाथनगर इलाके में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के मामले में अभियुक्त हैं. उधर इस मामले में कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने अर्जित शाश्वत के आरोपों पर कहा कि भागलपुर में हंगामा के पीछे मेरे उपर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, उसमें कोई दम नहीं है. सरकार बीजेपी की है ऐसे में चाहें तो किसी भी एजेंसी से जांच करा लें या फिर मोबाइल डिटेल भी निकाल लें. मालूम हो कि भाजपा नेता अर्जित शाश्वत ने इस हिंसा और उपद्रव के लिये कांग्रेस विधायक पर आरोप लगाया था.