अर्णब की गिरफ्तारी पर शिवसेना के बजाय कांग्रेस की आलोचना क्यों कर रही बीजेपी ?
रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक और चर्चित न्यूज़ एंकर अर्णब गोस्वामी की गिरफ़्तारी का भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विरोध किया है. बीजेपी ने इसको लेकर कांग्रेस पार्टी पर भी हमला किया है.
आज अर्नब गोस्वामी के मुंबई में वर्ली स्थित घर पर हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ. समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी के खिलाफ एक महिला पुलिस अधिकारी के साथ कथित तौर पर मारपीट करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई जब आज सुबह पुलिस टीम मुंबई में उनके आवास पर पहुंची थी”।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए कहा कि “कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार किया है”।
उन्होंने इसे इंदिरा गाँधी के समय के आपातकाल से जोड़ते हुए आगे कहा “रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ राज्य की सत्ता का दुरुपयोग व्यक्तिगत स्वतंत्रता और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। यह हमें आपातकाल की याद दिलाता है। फ्री प्रेस पर इस हमले का ज़रूर विरोध होना चाहिए”.
मुम्बई पुलिस ने अर्नब गोस्वामी को किया गिरफ्तार
ख़बरों में बताया जा रहा है कि रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्णब गोस्वामी (Arnab Goswami) को पुलिस द्वारा एक इंटीरियर डिज़ाइनर की कथित ख़ुदकुशी मामले में गिरफ्तारी हुई है उनके ऊपर आत्महत्या के लिए उकसाने (Abetment To Suicide) का आरोप है.
अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी के बाद भाजपा के बड़े नेताओं ने प्रतिक्रिया दी. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने ट्वीट कर कहा “मुंबई में प्रेस-पत्रकारिता पर जो हमला हुआ है वह निंदनीय है। यह इमरजेंसी की तरह ही महाराष्ट्र सरकार की कार्यवाही है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं”।
उन्होंने भी इसे कांग्रेस से जोड़ते हुए कहा “सोनिया गांधी और राहुल गाँधी के नेतृत्व में काम कर रही #कांग्रेस अभी भी आपातकालीन मनस्तिथि में है। इसी का सबूत आज महाराष्ट्र में उनकी सरकार ने दिखाया है। लोग ही इसका लोकतांत्रिक जवाब देंगे”।
दरअसल महाराष्ट्र में इस समय शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की मिली जुली सरकार है. शिवसेना के उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं. इससे पहले शिव सेना ने अपने चिर परिचित सहयोगी भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली थी. इसके बाद से बीजेपी और शिव सेना के बीच अनबन जैसी स्थिति है.
हालाँकि अभी तक कांग्रेस पार्टी की तरफ से अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी और भाजपा के द्वारा कांग्रेस पर लगाये जा रहे आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है और ना ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अभी तक इसपर कोई बयान दिया है.
दरअसल भारतीय जनता पार्टी (BJP) शिवसेना की पुरानी सहयोगी रही है. दोनों ने हिंदुत्व की राजनीति के सहारे महाराष्ट्र में पहचान अर्जित की और सरकारें बनायीं. अर्णब की गिरफ्तारी पर शिवसेना की आलोचना के बजाय कांग्रेस को घेरने के पीछे यह वजह हो सकती है कि हिंदुत्व बीजेपी और शिवसेना दोनों के लिए कॉमन है. ऐसे में भाजपा शिवसेना या उद्धव ठाकरे की सीधे आलोचना से बचना चाहती है.
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी यह पहले ही साफ़ कर चुके हैं कि महाराष्ट्र सरकार को समर्थन देने के बावजूद कांग्रेस पार्टी की महाराष्ट्र सरकार के फैसलों में कोई भूमिका नहीं होती है.
आज अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर लोग उनके समर्थन और विरोध में ट्वीट कर रहे हैं. ट्विटर पर दो तरह के हाश्तैग चल रहे हैं एक अर्नब के विरोध में है (#WellDoneMumbaiPolice)और दूसरा (JusticeForArnab उनके समर्थन में. दोनों पर हजारों की संख्या में ट्वीट हो रहे हैं.
TRP स्कैम : दो चैनल मालिक गिरफ्तार, अर्नब को भी लग सकती हथकड़ी
दरअसल रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्णब गोस्वामी के खिलाफ भड़काऊ पत्रकारिता के आरोप पहले भी लगते रहे हैं. इससे पहले TRP घोटाले (Fake TRP Scam) में भी रिपब्लिक टीवी का नाम सामने आया था.
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने ट्वीट कर कहा “जिस तरह से मुंबई पुलिस द्वारा अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी के खिलाफ केंद्रीय मंत्री सामने आए हैं, खासकर वह इसे आपातकाल कहते हैं। जब भाजपा के दर्जनों पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया तब वे कुछ नहीं कहते। इसके अलावा जब उनके एनआईए / सीबीआई / ईडी / पुलिस कार्यकर्ताओं को परेशान और गिरफ्तार करते हैं तब भी वह कुछ नहीं बोलते”.