अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) से अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा हटाये जाने के केंद्र सरकार के फैसले पर चिंतन-मंथन के लिए बिहार राज्य से विवि के पूर्वर्ती छात्रों के संगठन ने पटना में एक बैठक का आयोजन किया गया.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ओल्ड बॉयज एसोशिएसन बिहार के सचिव डॉ० अरशद हक़ की अध्यक्षता में संस्था के फ़्रेज़र रोड स्तिथ कार्यालय में बुलाये गए बैठक में पूर्वर्ती छात्र बड़ी संख्या में शामिल हुए जिनमे अधिवक्ता नदीम सिराज़, मुशीर आलम, रशीद खान आदि मौजूद थे! बैठक के बारे में जानकारी देते हुए एएमयू के पूर्वर्ती छात्र मो० मुदस्सीर आलम ने बताया कि एसोशिएसन के सदस्यों ने केंद्र सरकार के फैसले पर गहरी चिंता जताई.
हालाँकि एएमयू को अल्पसंख्यक संस्थान दिए जाने का मामला सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के 4 अप्रैल तक लंबित है, लेकिन अब केंद्र सरकार ही इसके खिलाफ याचिका दायर कर चुकी है इसलिए इससे चिंता काफी बढ़ गयी है! एसोशिएसन को उम्मीद है की केंद्र सरकार देश के अल्पसंख्यकों के हितों को ध्यान में रखकर अपने फैसले पर पुनःविचार करेगी और एएमयू का अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा बहाल करेगी.
सचिव डॉ० अरशद ने बताया कि एसोशिएसन ने यह फैसला लिया है कि वे महामहिम राष्ट्रपति डॉ० प्रणब मुख़र्जी, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी को एएमयू को अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा बरक़रार रखने के लिए ज्ञापन भेजेंगे! उन्होंने कहा कि एएमयू के लिए अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा की महत्वता पर एक संगोष्ठी का आयोजन भी पटना में किया जायेगा, जिसमे राजनीतिज्ञों एवं शिक्षाविदों को आमंत्रित किया जायेगा.