पटना पुलिस अब पूर्व मंत्री अवधेश कुशवाहा के स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो क्लिप का सत्यापन करा रही है। वीडियो क्लिप में पूर्व मंत्री चार लाख रुपये घूस लेते दिखे हैं। अगर यह मामला जांच में सही निकला, तो उन पर पुलिस का शिकंजा कसेगा। उनकी गिरफ्तारी हो सकती है. पुलिस इस बात का अनुसंधान कर रही है कि वीडियो सही है या फिर बनावटी है। इसके पीछे कोई राजनीतिक साजिश तो नहीं है। उधर पूर्व मंत्री यह बयान भी दे चुके हैं कि उन्हें फंसाया जा रहा है. गौरतलब है कि जदयू के निबंधन व मद्य निषेध के पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद कुशवाहा पर सचिवालय थाने में एफआइआर दर्ज की गयी है।
उन पर एक निजी कंपनी से घूस लेने का आरोप है। इसके बाद चुनाव आयोग के आदेश पर कार्यपालक दंडाधिकारी राजीव मोहन सहाय के आवेदन पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। आरोप के बाद मंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस्तीफा भेज दिया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
सचिवालय थाने की पुलिस ने जो मामला दर्ज किया, उसमें धारा 420 का आरोप सही साबित होता है, तो उन्हें सात साल की सजा व जुर्माने का दंड मिल सकता है। वहीं भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम के तहत आरोप सही मिला, तो छह माह से पांच साल की सजा व जुर्माना लग सकता है। इसी तरह 188 के तहत आरोप साबित होने पर एक माह की सजा और 200 रुपये जुर्माना या दोनों देना पड़ सकता है।