बिहार पुलिस के मोस्ट वांटेड अपराधियों नंदगोपाल पांडे उर्फ फौजी के अनुसार वाराणसी के कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय अवैध हथियारों के सौदागर हैं.
विनायक विजेता
मालूम हो कि अजय राय नरेंद्र मोदी के खिलाफ वारणसी से चुनाव लड़ रहे हैं. इस बहुचर्चित क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल भी मैदान में हैं.
यह भी पढ़ें-वाराणसी में मोदी को टक्कर दे सकते हैं अजय राय
अपने कुबूलनाम में खुलासा किया था बिहार पुलिस के मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची में शामिल नंदगोपाल पांडे उर्फ फौजी ने। 1989 में सासाराम जेल से फरार होने के बाद फरवरी 1999 में गिरफ्तार किया गया फौजी ने 7 फरवरी 1999 को विक्रमगंज थाना के तत्कालीन पीएसआई अजीत कुमार सिंह के सामने जो अपना स्वीकारोक्ति बयान दिया वह काफी चौकाने वाला है।
मूल रुप से विक्रमगंज, रोहतास के जोगिया गांव निवासी फौजी ने अपने दो पृष्ठ के स्वीकारोक्ति बयान में बताया है कि ‘सांसद शहाबुद्दीन के इशारे पर श्रीनगर के किसी देहात से कुछ एके-47 रायफल मंगवाया गया था। जिनमे से 8-10 रायफल सांसद शहाबुद्दीन ने ले लिया। 4 रायफल बनारस वाले विधायक अजय राय ने ले लिया। 4 रायफल अनिल शर्मा रांची वाले ने लिया। अनिल शर्मा ने अपना हथियार बाद में रणवीर सेना को दे दिया।’
गौरतलब है कि बिहार पुलिस ने हाल में ही फौजी की गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। फौजी पर रणवीर सेना सुप्रीमो ब्रह्मेश्वर मुखिया की हत्या में संलिप्तता का भी संदेह है जिस हत्या मामले की जांच सीबीआई कर रही है। फौजी के बारे में बताया जाता है कि वर्तमान में वह यूपी के किसी इलाके में छूप कर रह रहा है।