पूर्व शिक्षा मंत्री एवं विधान पार्षद डॉ. अशोक चौधरी ने वैशाली जिले में राघोपुर विधानसभा क्षेत्र के मलिकपुर गांव में दलितों के घर जलाने के मामले को लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के खिलाफ मोर्चा खोलते हुये आज कहा कि एक जाति विशेष के लोगों ने इस अग्निकांड को अंजाम दिया है और सरकार किसी भी दोषी को नहीं बख्शेगी।
श्री चौधरी ने मलिकपुर में पीड़ित दलित परिवार से मिलकर आने के बाद पटना में संवाददाता सम्मेलन में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव की ओर इशारा करते हुये कहा कि एक जाति विशेष के दबंगों ने दलितों के घर को आग के हवाले कर दिया। कई दलित बेघर हो गये, लेकिन राघोपुर के विधायक (तेजस्वी) घटना के चार दिन बीत जाने के बाद भी पीड़ितों से मिलने का समय नहीं निकाल सके। उन्होंने कहा कि दलितों की रहनुमाई का दावा करने वाले नेता के क्षेत्र में ही दलितों पर अत्याचार हुआ है।
विधान पार्षद ने राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव एवं उनकी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ आरोप लगाते हुये कहा कि राज्य के लोग 1990 के दशक में दलितों के ऊपर हुये नरसंहार और अत्याचार को नहीं भूले हैं। उन्होंने कहा कि उस समय जिस राजनीतिक दल (राजद) की सरकार थी वही दल और उनके संरक्षण में पलने वाले लोग बिहार में सत्ता पाने की हड़बड़ी में जातीय उन्माद फैलाकर राज्य को फिर से उसी आग में झोंकना चाहते हैं। लेकिन, नीतीश सरकार में उनके इस नापाक मनसूबों को पूरा नहीं होने दिया जाएगा। इस मौके पर विधान पार्षद डॉ. दिलीप चौधरी, रामचंद्र भारती, जदयू दलित प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रवि ज्योति तथा पूर्व विधायक अरुण मांझी उपस्थित थे।