लोक जनशक्ति पार्टी ने आज कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद आये दिन हो रही अपराध की घटनाओं को लेकर प्रदेश सुर्खियों में बना हुआ है, जिसके कारण राज्य की छवि खराब हो रही है और लोग अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं ।
चिराग पासवान ने लगाया आरोप
लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और जमुई से पार्टी के सांसद चिराग पासवान ने कहा कि महागठबंधन की सरकार के छह माह के कार्यकाल में बिहार आपराधिक घटनाओं को लेकर सुर्खियों में बना हुए है और लोग भय के वातावरण में जी रहे हैं । ऐसी स्थिति में प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार ने एक मात्र अच्छी पहल प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू करके की थी और उसी दिन इसे मीडिया में प्रमुखता से स्थान भी मिला था और उसके बाद से अब तक कोई भी अच्छी खबर नहीं आ सकी है ।
श्री पासवान ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के नेता विपक्षी दल के नेताओं पर बिहार को बदनाम करने का आरोप लगाते रहते हैं । पिछले छह माह के दौरान अभियंता , चिकित्सक , व्यवसायी और राजनीतिक दल से जुड़े नेताओं की हत्यायें हो चुकी हैं । उन्होंने कहा कि पहले भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्याक्ष विशेश्वर ओझा, लोजपा नेता बैजनाथी सिंह और अब गया जिले के डुमरिया गांव निवासी लोजपा नेता सुदेश पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी गयी । लोजपा सांसद ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ गया है । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पिछले कार्यकाल के दौरान उन्हें सुशासन बाबू की संज्ञा मिली थी, लेकिन इस बार महागठबंधन बनाकर मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल रहे श्री कुमार कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनाने में पूरी तरह से विफल रहे हैं ।