झारखंड में चल रहे विधानसभा चुनावाओं के दौरान चाईबासा के जिला जेल से आज को 13 नक्सली कैदी फरार हो गए। पुलिस ने भागने वाली कैदियों को काबू करने के लिए फायरिंग की, जिसमें पांच की मौत हो गई। कुल 54 कैदियों को कोर्ट में पेशी के बाद वापस जेल लाया जा रहा था। यह घटना जेल के मुख्य द्वार के खुले रहने के कारण हुई। आम तौर पर जेल के अंदर गाड़ी जाते ही उसके मुख्य द्वार को बंद कर दिया जाता है। लेकिन मंगलवार को ऐसा नहीं हुआ। मेन गेट खुला ही रह गया। सभी कैदी नक्सलियों के हाथ खुले हुए थे।
भास्करडॉटकॉम की खबर के अननुसार कैदियों के पास मिर्च पाउडर था। कैदी मिर्च पाउडर पुलिसकर्मियों की आंखों में झोंककर फरार हो गए। कुल 18 कैदियों ने भागने की कोशिश की, जिसमें 13 कामयाब रहे। जिस वैन से कूदकर ये कैदी फरार हुए उसमें कुल 54 कैदी थे और आठ से दस पुलिस बल के जवान थे। घटना के बाद पूरे जिले की सीमा को सील कर दिया गया है। जेल कैंपस में अभी मारे गए कैदियों के शव पड़े हुए हैं। वहां पुलिस के अलावा किसी अन्य को जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है।
हर मुख्य रास्ते पर पुलिस बल के जवान तैनात कर दिए गए हैं। आवागमन को कई रास्तों पर रोक दिया गया है। चाईबासा के एसपी नरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी कि कैदी कैसे फरार हुए और कहां और किससे चूक हुई? भागे हुए कैदियों में कईयों पर हत्या, लूट व अन्य अपराध के मामले विभिन्न थानों में दर्ज थे। कई कैदी तो उम्रकैद की भी सजा काट रहे थे। घटना के समय चाईबासा जेल के जेलर भी मौजूद थे। वहां मौजूद एक पुलिस जवान ने बताया कि अगर फायरिंग न की गई होती तो और कैदी फरार हो सकते थे।