सोशल मीडिया पर अकसर सुर्खियां बटोरने वाले आईएएस अफसर शाह फैसल एक बार फिर अपनी टिप्पणी के लिए चर्चा में हैं. इसके बाद उन्हें सामान्य प्रशासन विभाग ने नोटिस जारी कर दिया है.
उन्होंने दक्षिण एशिया में बढ़ते रेप कल्चर के खिलाफ व्यंग्यात्मक ट्वीट किया था. इसके बाद उन्हें नोटिस मिला है. पर फैसल कहां मानने वाले थे उन्होंने इस पर ट्विट कर दिया और लिखा कि मुझे अपने बॉस से लव लेटर मिला है। सबसे दुखद बात तो यह है कि भारत जैसे लोकतंत्र में सर्विस के कायदे आज भी अंग्रेजों के जमाने के हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य मुखर आवाजों की आजादी पर हमला करना है।’
इससे पहले शाह फैसल करीब दो साल पहले एक फेसबुक पोस्ट के जरिए सुर्खियों में आए थे। तब उनके निशाने पर मीडिया चैनल्स थे। दरअसल उनकी तस्वीर को हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के साथ तुलना करने पर वह नाराज थे। फैसल ने इसे लोगों को बांटने वाला कदम बताया था।
उनके शब्द थे – ‘मेरी तस्वीर को हिजबुल कमांडर के साथ तुलना करके दिखाने से राष्ट्रीय मीडिया ने एक बार फिर मामले को तूल देने, लोगों को बांटने और घृणा पैदा करने की कोशिश की है। जब कश्मीर अपनी मौतों पर रो रहा है तब लाल और नीले न्यूजरूम्स से प्रचार और उत्तेजना के द्वारा कश्मीर में अलगाव और क्रोध की भावना फैलाई जा रही है।’• एनबीटी, नई दिल्ली
नव भारत टाइम्स ने लिखा है कि जम्मू-कश्मीर के चर्चित आईएएस अफसर शाह फैसल एक बार फिर अपने ट्वीट की वजह से निशाने पर हैं। इस राज्य के पहले यूपीएसएसी टॉपर को तंज भरे ट्वीट के लिए उनके विभाग के बॉस ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। हालांकि, फैसल ने अपने ट्वीट में साफ तौर पर इसका जिक्र नहीं किया है, लेकिन इशारों में ‘लव लेटर’ लिखकर नोटिस मिलने की बात स्वीकार की है। कश्मीर और सामाजिक मुद्दों पर अपनी मुखर राय रखने वाले फैसल ने साउथ एशिया में बढ़ते रेप पर ‘रेपिस्तान’ ट्वीट किया था।
साल 2009 के UPSC टॉपर फैसल का रेप की बढ़ती घटनाओं पर मूल ट्वीट कुछ यूं था: ‘पितृसत्ता+ जनसंख्या+ अशिक्षा+ शराब+ पॉर्न+ टेक्नॉलजी+ अराजकता= रेपिस्तान।’ बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पर्यटन विभाग के अडिशनल सचिव फैसल इस वक्त स्टडी लीव पर हारवर्ड में हैं। फैसल अपने ट्वीट में जिस विभागीय चिट्ठी को लव लेटर कह रहे हैं, उस पर कारण बताओ नोटिस जम्मू कश्मीर जनरल प्रशासनिक विभाग के कमिश्नर सेक्रेटरी ने जारी किया है। नोटिस जारी करने का आदेश केंद्र सरकार के पर्सनल और ट्रेनिंग विभाग से फैसल के 10 जुलाई के ‘रेपिस्तान’ वाले ट्वीट के संदर्भ में आया था। नोटिस में लिखा गया है, ‘आपका ट्वीट भारतीय सर्विस रूल 1968 का उल्लंघन है। ऐसा ट्वीट करने से बचना चाहिए था।’