समाजवादी पार्टी के नेता और राज्यमंत्री की सुविधा प्राप्त नरेन्द्र भाटी अपने उस दावे से मुकर गए हैं, जिसमें वह कहते सुनाई देते हैं कि उन्होंने 41 मिनट में दुर्गा शक्ति को निलंबित करा दिया.
उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में खनन माफिया के खिलाफ मुहिम चलाने वाली आईएएस अधिकारी दुर्गाशक्ति के निलंबन में अपनी भूमिका होने से इनकार करने के दो दिन बाद यह दावा गौतमबुद्ध नगर में एक रैली को संबोधित करते हुए किया.
वह वीडियो में वह यह कहते दिखाई देते हैं कि मैंने मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव से सुबह साढ़े दस बजे बात की और 11 बजे निलंबन आदेश पहुंच गया, उन्होंने इतना बुरा व्यवहार किया और उसके बाद 40 मिनट भी नहीं रूक पाईं. लखनऊ से 41 मिनट के भीतर आदेश आ गया और उन्हें निलंबित कर दिया गया.
भाटी ने आज इसका खंडन करते हुए कहा कि उनका इस अधिकारी के खिलाफ हुई कार्रवाई से कोई लेना-देना नहीं है. वीडियो क्लिपिंग के बारे में पूछे जाने पर भाटी ने कहा कि मीडिया बात को तोड़ मरोड़कर पेश कर रहा है. मैंने कहा था कि यह लोकतंत्र की जीत है.