यूपीएसी परीक्षा में भारत में थर्ड टॉपर रहे आईपीएस अधिकारी आरवी वरुण कुमार ने दहेज प्रताड़ना के मामले में आत्मसमर्पण कर दिया है. अदालत ने उन्हें 12 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
वरुण कुमार तमिलनाडु के विरुधानगर जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर काम कर रहे हैं.
अपनी शिकायत पत्र में जी प्रियदर्शनी, जो बालासरवक्कम की रहने वाली हैं, ने कहा है कि आईपीएस वरुण कुमार के साथ उनकी 2007 से दोस्ती थी और वरुण ने उनसे शादी करने का वायदा किया था.
लेकिन 20111 में आईपीएस बन जाने के बाद वरुण ने अपना मन बदल लिया और शादी करने से इनकार कर दिया.
प्रियदर्शनी खुद भी एक पुलिस अधिकारी की बेटी हैं.
उन्होंने आरोप लगाया है कि वरुण ने शादी के लिए उनसे दो किलो सोना, 50 लाख रुपये और लक्जरी कार दहेज के रूप में देने पर शादी की बात की थी. इससे परेशान हो कर उन्होंने उनके खिलाफ डावरी ऐक्ट के तहत एफआईआर कर दिया.
वरुण कुमार छात्र जीवन से ही महत्वकांक्षी रहे हैं. सिविल सेवा में तीसरा रैंक लाने के बावजूद उन्होंने आईएएस बनने के बजाये आईपीएस बनना पसंद किया. अपनी सफलता के बाद वरुण ने कहा था कि एक सिनेमा से प्रभावित हो कर उन्होंने आईपीएस बनना मुनासिब समझा.
हालांकि शादी के मामले में उनके खिलाफ दर्ज मामले के बाद उनकी प्रतिक्रिया नहीं आई है.