इशरत जहां मामले में छिड़े विवादों के बीच आईपीएस अफसर सतीश वर्मा ने एक नया खुलासा करके सनसनी फैला दी है कि इशरत की हत्या पूर्वनिर्धारित थी.
सतीश वर्मा सीबीआई जांच से जुड़े अफसर थे. इंडियन एक्सप्रेस में दिप्तिमान तिवारी ने अपनी रिपोट में लिखा है कि वर्मा ने इंडियन एकसप्रेस को बताया कि “हमने अपनी जांच में पाया कि आईबी ने इशरत और उसके दो अन्य साथियों को हत्या के एक दिन पहले उठा लिया था. दर असल आईबी के पास इस तरह की कोई इनपुट नहीं थी कि वह आतंकवादी है. इशरत के बारे में भी कोई इनपुट नहीं था. ये तीनों गैरकानूनी तरीके से हिरासत में रखे गये और फिर उन्हें गोली मार दी गयी”.[tabs type=”vertical”][tabs_head][tab_title]इशरत को गोली मारी गयी[/tab_title][/tabs_head][tab]इन दिनों इशरत के नाम पर राष्ट्रवाद और सुरक्षा के मुद्दे उठाये जा रहे हैं ताकि उसके राजनीतिक लाभ लिये जा सकें.[/tab][/tabs]
गौरतलब है कि सतीश वर्मा गुजरात हाईकोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष जांच दल( एसआईटी) के सदस्य थे. इशरत को 15 जून 2004 को दो अन्य लोगों के साथ गोली मार दी गयी थी. उन पर आरोप लगाया गया था के वे लश्कर ए तैयबा के सदस्य थे. इस संबंध में पूर्व गृह सचिव जीके पिलै ने टाइम्स नाऊ को बताया था कि उन लोगों को आईबी ने फंसाया था.
वर्मा ने अखबार को यह भी बताया कि इन दिनों इशरत के नाम पर राष्ट्रवाद और सुरक्षा के मुद्दे उठाये जा रहे हैं ताकि उसके राजनीतिक लाभ लिये जा सकें.