आखिर कौन सी पीड़ा, कैसी प्रताड़ना, कैसा शोषण था कि आईएएस उमराव सलोदिया ने, न सिर्फ नौकरी को लात मार दी बल्कि हिंदू धर्म छोड़ इस्लाम कुबूल कर लिया ?
सलोदिया 1978 बैच के एससी कम्युनिटी के आईएएस अफसर हैं. लकिन उनकी सीनियरिटी को धता बता कर वसंधुरा राजे सरकार ने मौजूदा मुख्यसचिव को तीन महीने का एक्सटेनशन दे दिया. जबकि उन्हें मार्च में रिटायर होना था. सलोदिया सरकार के इसी फैसले से आहत थे. उनका कहना है कि वह सबसे सीनियर आईएएस हैं. लेकिन उनके साथ भेदभाव किया गया और उन्हें चीफ सेक्रेटरी नहीं बनने दिया गया.
धर्म भी बदला और नाम भी
उमराव सलोदिया का कहना है कि उन्हें उनकी जाति के आधार पर भेदभाव का शिकार होना पड़ता रहा है. इसलिए वह उस धर्म में नहीं रह सकते जहां भेदभाव होता है. उमराव सलोदिया ने अपना नाम बदल कर उमराव खान रख लिया है.
सलोदिया ने इस भेदभाव का जिक्र सीएम वसंधुरा राजे को लिखे अपने पत्र में किया है. उन्होंने कहा है कि उन्हें जाति के कारण प्रताड़ित किया गया है.
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि आजादी के बाद पहली बार सीनियरिटी के आधार पर अनुसूचित जाति की श्रेणी से आने पर वह चीफ सेक्रेटरी बन सकते थे. लेकिन उनके साथ भेद भाव करके इस पद से वंचित किया गया.
उन्होंने पत्र में अपनी पीड़ा जताते हुए लिखा कि मौजूदा चीफ सेकरेटरी आरसी जैन को सिर्फ इसलिए तीन महीने का एक्सटेनश दिया गया ताकि मुझे चीफ सेक्रेटरी बनने से रोका जा सके.
आहत सलोदिया, जो अब उमराव खान कहलाना पसंद करते हैं, ने स्वैच्छिक रिटायरमेंट के लिए सरकार को लिखते हुए कहा है कि वह किसी हाल में अपने जूनियर के अंडर में काम नहीं कर सकते इसलिए उन्हें रिटायरमेंट दिया जाये.
इस्लमाम के समानता के सिद्धांत से प्रभावित
आखिर सलोदिया ने नौकरी को तो लात मार दी, लेकिन धर्म क्यों बदल दिया उन्होंने? इसका जवाब भी खुद उन्होंने मीडिया के सामने आ कर दिया. उन्होंने कहा- ‘हमें इस्लाम में समानता के सिद्धांत में विश्वास है. जबकि हिंदूईज्म में जाति के नाम पर भेद भाव किया जाता है. मजहब बदल लेने के बाद मेरा नाम अब उमराव खान है’.
इस बीच राजस्थान के संसदीय कार्य मंत्री राजेंद्र राठौर ने इस मामले में सफाई देने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि सरकार किसी के साथ भेद भाव नहं करती. उन्होंने कहा कि सलोदिया ने सरकार के खिलाफ बोल कर कानून का उल्लंघन किया है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि सलोदिया के रवैये की जांच की जायेगी और उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जायेगी.
इसबीच द हिंदू अखबार से बात करते हुए राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने भाजपा की आलोचना करते हुए किहा कि यह अफसोस की बात है कि सलोदिया को भेद भाव का शिकार हो कर इस्लाम स्वीकार करना पड़ा.