बिहार कर्मचारी चयन आयोग के निलंबित अध्यक्ष व आईएएस अफसर सुधीर कुमार जेल में ही रहेंगे या जमानत पर बाहर आयेंगे इस पर आज सुनवाई के बाद तय होगा. सुधीर कुमार ने निगरानी की अदालत में जमानत अर्जी दायर की है.
यह जमानत याचिका गुरुवार को दायर की गयी. इस अर्जी ने सुधीर कुमार ने कहा है कि उन्हें एक साजिश के तहत फंसाया गया है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि इस मामले में जिलों के डीएम और एसपी भी जिम्मेदार हैं क्योंकि आयग की परीक्षा में 18 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शआमिल होने थे और इस मामले में तमाम जिलों को चिट्ठी लिखी गयी थी कि परीक्षा के संचालन में वे अपनी भूमिका सुनिश्चित करें.
गौरतलब है कि बीएसएससी की परीक्षे के दो चरणों में पेपर लीक हुए थे इसके बाद राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन किया और इस मामले में आयोग के सचिव परमेश्वर राम और अध्यक्ष सुधीर कुमार समेत अनेक लोगों को गिरफ्तार किया गया. उधर आईएएस अधिकारी सुधीर की गिरफ्तारी के बाद बिहार आईएएस एसोसिएशन ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि सुधीर की गिरफ्तारी की कोई वजह नहीं थी. एसोसिएशन ने इस सिलसिल में राज्यपाल से शिकायत की. एसोसिएश ने पहले ही घोषणा कर रखी है कि वह सुधीर को हर संभव कानूनी सहायता देगा.
आज की सुनवाई के बाद यह तय हो सकेगा कि सुधीर अभी जेल में रहेंगे या उन्हें जमानत मिल जायेगी.