डाक्टरों से अभद्र व्यवहार के लिए बदनाम भोजपुर डीएम पर फिर अमर्यादित भाषा के इस्तेमाल का आरोप लगा है. इस बार इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राज्य अधिकारियों ने एक ऑडियो टेप जारी किया है जिसमें डाक्टरों को घसीट कर लाने का फरमान सुनाया जा रहा है.
डाक्टरों से अभद्र व्यवहार के लिए बदनाम भोजपुर डीएम पर फिर अमर्यादित भाषा के इस्तेमाल का आरोप लगा है. इस बार इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राज्य अधिकारियों ने एक ऑडियो टेप जारी किया है जिसमें डाक्टरों को घसीट कर लाने का फरमान सुनाया जा रहा है.
याद रखने की बात है कि पिछले वर्ष नवम्बर में भोजपुर के डीएम संजीव कुमार के खिलाफ जिले के डाक्टरों ने बगावती बिगुल फूक दिया था. तब डीएम पर आरोप लगा था कि उन्होंने एक डाक्टर को अस्पताल से घसीट कर जबरन अपने आवास में मंगवाया था और उनके बाडीगाड पर आरोप लगा था कि दो डाक्टरों को बेरहमी से पिटा गया था.
डाक्टरों का आरोप था कि पिटाई के दौरान डीएम ने उन दोनों डाक्टरों को गालिया भी दी थीं. जब अन्य डाक्टरों की इसकी सूचना मिली तो वे डीएम आवास गये और उनके खिलाफ भी डीएम संजीव कुमार ने एफआईआर दर्ज करवा दी. इन दो डाक्टरों पर उन्होंने एफआईआर में आरोप लगाया था कि वे बिन बुलाये उनके आवास पर आ गये और हंगामा किया.
लगभग तीन महीने बाद फिर डीएम संजीव कुमार पर अभद्र भाषा के इस्तेमाल का आरोप लगा है. आइएमए और भासा ने भोजपुर डीएम पर डॉक्टरों से अमर्यादित व्यवहार करने का आरोप लगाया है। डॉक्टरों ने एक ऑडियो क्लिप जारी की है। संघ का दावा है कि इस क्लिप में आरा के डीएम की आवाज है और वे डॉक्टरों के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं।
दोनों संगठनों ने दो सप्ताह के अंदर डीएम को हटाने की मांग सरकार से की है। भासा के महासचिव डॉ. रणजीत और आइएमए के वरीय उपाध्यक्ष डॉ. अजय ने ऑडियो क्लिप जारी किया है, जिसमें डॉक्टरों को बेशर्म और घर से घसीट लाने जैसी बातें कही गई हैं।
याद दिला दें कि नवम्बर में डीएम के बाडीगाड द्वारा डाक्टरों की पिटाई के बाद सरकारी अस्पताल के डाक्टर हड़ताल पर चले गये थे. मामला इतना तूल पकड़ गया था कि प्राइवेट डाक्टरों ने भी इस घटना के खिलाफ सरकारी डाक्टरों के समर्थन में हड़ताल पर चले गये थे.
डाक्टरों का कहना है कि डीएम अपनी बदजुबानी से बाज नहीं आ रहे. ऐसे में उन्हें राज्य सरकार को पद से हटाना होगा वर्ना वे इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे.