केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि भारत की आपदा प्रबंधन क्षमताओं में सुधार हुआ है और उसने इराक, यमन तथा नेपाल से अपने देश के नागरिकों को ही नहीं बल्कि कई देशों के नागरिकों को सुरक्षित निकाला है। श्री जेटली ने भूकंप की त्रासदी से जूझ रहे नेपाल को भेजी जा रही राहत सामग्री को हरी झंडी दिखाते हुए कहा कि पहले केवल अमेरिका को ही आपदा प्रबंधन में महारत हासिल थी, लेकिन अब भारत ने भी अपनी क्षमताओं में काफी हद तक सुधार किया है।
उन्होंने कहा कि गृहयुद्ध की विभीषिका से जूझ रहे इराक और यमन से भारत ने कई देशों के नागरिकों को सुरक्षित निकाला और अब भूकंप प्रभावित नेपाल में भारतीय सुरक्षा बल शानदार काम कर रहे हैं। वित्त मंत्री ने गैर सरकारी संगठनों से बढ़चढ़कर नेपाल को इस संकट की घड़ी में मदद देने का आह्वान किया।
श्री जेटली ने कहा कि भारत और नेपाल केवल भौगोलिक सीमा ही साझा नहीं करते हैं बल्कि उनकी संस्कृति भी समान है। भूकंप प्रभावित लोगों को बेहतर भविष्य मिलना चाहिए। नेपाल में पिछले शनिवार को आए भूकंप में मरने वालों की संख्या सात हजार पहुंच गयी है जबकि 14 हजार घायलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। भारत ने ऑपरेशन मैत्री के तहत पिछले आठ दिनों में नेपाल को सड़क, रेल और वायुमार्ग से कई टन राहत सामग्री पहुंचाई है।