दक्षिण पश्चिम मानसून से उत्पन्न होने वाले संकट से जुड़ी तैयारियों और आपदा प्रबंधन से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए राज्यों के राहत उपायुक्तों और आपदा प्रबंधन विभाग के सचिवों का वार्षिक सम्मेलन कल आयोजित किया जाएगा।
किसी भी आपदा की स्थिति में राज्य और संघशासित प्रदेशों का प्रशासन सबसे पहले कार्यवाही करते हैं। इसके साथ ही संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों के प्रतिनिधि आपातकालीन सहायता प्रबंधन करने वाले संगठनों, भविष्यवाणी से जुड़े वैज्ञानिक संगठनों, केंद्रीय पुलिस बलों और सेना के अधिकारी भी इस सम्मेलन में भाग लेंगे। सम्मेलन के दौरान गृह मंत्रालय, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, मौसम विभाग, भारतीय आंतरिक अनुसंधान संगठन, केंद्रीय जल संगठन, भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण,राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, रक्षा मंत्रालय, आवास एवं शहरी गरीबी उन्मूलन और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम अपनी तैयारियों से जुड़े प्रयासों को साझा करेंगे।