बढ़ती उम्र के साथ मोटापा यूं तो हरेक के लिए कठनाई का कारण है पर इस से निजात पाने के लिए नौकरशाहों के लिए मुफ्त अवसर है.
सरकार भी इस अपने कुछ अधिकारियों-कर्मचारियों के बढ़ते वजन से परेशान है इसी बात क मद्देनजर सरकार ने उनके शरीर से चर्बी कम करने के लिए नयी पहल की है. इसके अनुसार केंद्र सरकार के अधिकारियों- कर्मचारियों के लिए चुनिंदा अस्पतालों में मुफ्त सर्जरी करने की व्यवस्था की गयी है.
टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर में बताया गया है कि सेंट्रल गर्वनमेंट हेल्थ स्कीम (सीजीएचएस) के तहत जरूरत से ज्यादा मोटे हो चुके नौकरशाहों के लिए यह सुविधा दी गय है जिसके तहत एक व्यक्ति की सर्जरी के लिए 2.5 लाख रुपये तक का खर्च आता है. मेडिकल की भाषा में इस सर्जरी को बारियाट्रिक सर्जरी कहा जाता है.
इसके तहत पेट के बढ़े आकार को कम किया जाता है.
एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 20 करोड़ लोग अवसत वजन से अधिक हैं. लेकिन मुश्किल से महज 2 हजार लोग ही हर वर्ष इस सर्जरी का लाभ उठा पाते हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह इस सर्जरी का महंगा होना है. और इसकी दूसरी वजह इस सर्जरी के बारे में लोगों में जागरूकता की भी काफी कमी है.
सरकारी गाइडलाइन के अनुसार वजन कम करने के लिए कराये जाने वाली इस सर्जरी के खर्च का वहन सरकार उन अधिकारियों का करेगी जिनका वजन ( Body Mass Index 40 Kg per m2) बीएमाई के बराबर या उससे अधिक हो.
हालांकि इस वजन में थोड़ी छूट उन अधिकारियों को दी गयी है जिनको डायबिटिज या हाइपरटेंशन की समस्या है. ऐसे अधिकारियों का Body Mass Index 35kg/ m2 हो तो भी उन्हें सर्जरी के लिए रिइम्बर्समेंट की सुविधा जी दजा सकती है