मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बैंकों की आदमनी बढ़ रही है। उनका कारोबार बढ़ रहा है। लेकिन दिन-प्रति-दिन अधिकारी और कर्मचारियों की संख्या में कमी आ रही है। इससे बैंकों का कामकाज प्रभावित हो रहा है और आम लोगों को भी परेशानी हो रही है। बैकों में अधिकारियों की संख्या बढ़ाया जानी चाहिए।
नौकरशाही ब्यूरो
पटना में राज्यस्तरीय बैंकर्स समिति बिहार के 52वीं त्रैमासिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बैंकिंग सेवा को सर्वसुलभ बनाने के लिये कदम बढ़ायें। देश की अर्थव्यवस्था को लाभ मिलेगा। बैंकों की आमदनी बढ़ रही है। गतिविधि भी बढ़ रही है। इसका कुछ हिस्सा नियोजन पर भी खर्च करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार विकास के रास्ते पर चल पड़ा है। विभिन्न बैंकों को राज्य की प्रगति में अपनी भूमिका निभानी होगी। निवेश का वातावरण राज्य में बनाना होगा। बिना निवेश के कुछ नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि बैंक राज्य में निवेश का प्रवाह बढ़ायें। एनुअल क्रेडिट प्लान का साइज बहुत छोटा है, इसे बड़ा किया जाना चाहिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर पंचायत में पंचायत सरकार भवन बन रहे हैं। हम बैंक की शाखा को खोलने के लिये पंचायत सरकार भवन में स्थान देने को तैयार हैं।
इस मौके पर वित्तमंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, सिंचाई मंत्री विजय चौधरी, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चीफ जेनरल मैनेजर अजीत स्वरूप एवं आरबीआई के रिजिनल निदेशक एके वर्मा, वित्त विभाग के प्रधान सचिव रामेश्वर सिंह, पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर, सीएम के सचिव चंचल कुमार व अतीश चंद्रा सहित संबंधित विभागों के वरीय अधिकारी एवं विभिन्न बैंकों के वरीय अधिकारी उपस्थित थे।