अन्ना हजारे के जनलोकपाल के गठन के लिये आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन करने वाली दिल्ली पुलिस की पूर्व अधिकारी किरण बेदी आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई और पार्टी ने उन्हें दिल्ली विधानसभा के चुनाव में उतारने का भी एलान कर दिया। श्रीमती बेदी प्रधानमंत्री निवास में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ पार्टी मुख्यालय आयीं तथा टोल फ्री नंबर डायल करके उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। उम्मीद है भाजपा उन्हें अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उम्मीदवार बना सकती है।
भाजपा में शामिल हुईं किरण वेदी
श्री शाह ने श्रीमती बेदी का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि उनके आने से दिल्ली में पार्टी को मजबूती मिलेगी। श्रीमती बेदी को दिल्ली चुनाव में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने के बारे में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में भाजपा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि श्रीमती बेदी निश्चित रूप से चुनाव लडेगीं, लेकिन मुख्यमंत्री पद के बारे में कोई भी निर्णय पार्टी संसदीय बोर्ड ही करेगा। अलबत्ता उन्होंने श्रीमती बेदी की भविष्य की भूमिका को लेकर यह भी कहा कि नई सरकार जनता की उम्मीदों पर खरी उतरे, इसमें श्रीमती बेदी का रचनात्मक योगदान मिलेगा। श्रीमती बेदी किस सीट से चुनाव लडेगीं, इस बारे में पूछे जाने पर श्री शाह ने कहा कि इसका निर्णय दिल्ली भाजपा करेगी। संभावना है कि वह अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ सकती हैं।
लेकिन श्रीमती बेदी ने कहा कि मई से अब तक श्री मोदी ने जैसा प्रेरणादायी नेतृत्व दिया है, उससे बहुत प्रभावित होकर उन्होंने भाजपा में आने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस सेवा में आने से दो साल पहले 1970 से ही उन्होंने खुद को देश सेवा के लिये समर्पित दिया था। उधर कांग्रेस ने कहा कि किरण बेदी के भाजपा में शामिल होने से हमारा यह आरोप सही साबित हुआ है कि अन्ना हजारे का आंदोलन भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार को बदनाम करने की राजनीतिक साजिश थी।