पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि आमिर खान एक बेहतर कलाकार है। उनका अभिनय स्वाभाविक लगता है और वह उनकी हर फिल्म देखते हैं। उनका काम देखने लायक है। फेसबुक पर जारी अपने नवीनतम पोस्ट में नीतीश कुमार लिखा है कि आमिर खान की नयी फिल्म ‘पीके’ पाखंड पर चोट करता है और इसे गांव-गांव में दिखाया जाना चाहिए। उन्होंने बिहार में फिल्म को टैक्स फ्री करने का सुझाव भी दिया। उम्मीद है राज्य नीतीश कुमार के परामर्श की अनदेखी नहीं करेगी।
बिहार में भी टैक्स फ्री होगी फिल्म ‘पीके’!
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श्री कुमार नीतीश कुमार कहा कि इसमें आस्था पर नहीं, बल्कि पाखंड पर चोट है। फिल्म काफी अच्छी बनी है और इसमें बहुत सहज ढंग से संदेश है। उन्होंने कहा कि फिल्म काफी अच्छे ढंग से फिल्माई गयी है और इसपर कैसे किसी को एतराज हो सकता है। श्री कुमार ने कहा कि उनकी समझ में यह फिल्म सभी को देखनी चाहिए। आज देश और समाज में पाखंडी लोग जिस तरह धर्म के नाम पर लोगों को बांटना चाहते हैं और ठेकेदारी कर रहे हैं। वे राँग नंबर हैं। इस फिल्म का यह साफ संदेश है कि राँग नंबर डायल मत कीजिए और उससे सावधान रहिए।
श्री कुमार ने कहा कि टेलीविजन पर दिखाया गया एक बहुचर्चित धारावाहिक महाभारत के पटकथा और संवाद लिखने वाले राही मसूम रजा का धर्म इस्लाम था। उस समय किसी ने यह सवाल क्यों नहीं उठाया कि जो हिन्दू नहीं है, वह कैसे महाभारत के मर्म को जानेगा। लेकिन उस समय तो उनकी खूब प्रशंसा हुई और किसी ने कोई सवाल नहीं उठाया।
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