वरिष्ठ आइएएस अधिकारी आमिर सुबहानी की ‘घर वापसी’ हो गयी है। सीएम नीतीश कुमार के सबसे विश्वस्त अधिकारी आमिर सुबहानी को चुनाव आयोग के आदेश पर गृह और सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव पद से हटा दिया गया था। चुनाव के दौरान ही चुनाव आयोग ने आमिर सुबहानी की जगह पर सुधीर राकेश को गृह और सामान्य प्रशासन का प्रभार सौंप दिया था।
नौकरशाही ब्यूरो
20 नवंबर को नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण के साथ ही आमिर सुबहानी ‘घर वापसी’ तय हो गयी थी। 21 और 22 नवंबर को शनिवार व रविवार होने के कारण अवकाश था। शपथ ग्रहण के बाद आज पहली बार कार्यालय खुला। महागठबंधन सरकार का आज पहला दिन था और पहले ही दिन मुख्यमंत्री ने आमिर सुबहानी को गृह और सामान्य प्रशासन का जिम्मा सौंप दिया। इस सप्ताह बड़े पैमाने पर प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारी की फेरबदल होगी, जिसमें गृह और सामान्य प्रशासन की ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
लालू की भी सहमति
लंबे समय तक गृह और सामान्य विभाग के प्रधान सचिव रहने के कारण अधिकारियों की कार्यशैली और नीतीश कुमार की पसंद-नापसंद से सुबहानी परिचित हैं। लालू यादव के साथ भी उनका संबंध बेहतर माना जा रहा है। माई समीकरण की लिहाज से भी आमिर की घर वापसी को उपयुक्त माना जा रहा है। मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के बाद अण्णे मार्ग में आयोजित टी पार्टी में प्रधान सचिव स्तर के आमिर सुबहानी अकेले अधिकारी मौजूद थे। उनके चेहरे पर भी संतोष का भाव दिख रहा था। इससे स्पष्ट था कि आमिर सुबहानी को फिर से बड़ी जिम्मेवारी सौंपने का निर्णय हो चुका है। इस पर लालू यादव की सहमति का इंतजार था और लालू की सहमति मिलते ही आमिर सुबहानी की घर वापसी हो गयी।
नयी जिम्मेवारी :
सुधीर राकेश : पंचायती राज विभाग का प्रधान सचिव बने।
धर्मेंद्र सिंह गंगवार : सीएम के प्रधान सचिव के साथ मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के प्रधान सचिव के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे।
(तस्वीर- संजय कुमार )