कांग्रेस नेता बेनी प्रसाद वर्मा ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को देश द्रोही कहते हुए उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है.
भागवत के खिलाफ कांग्रेस के अलावा आरजेडी, बसपा और जद यू जैसी पार्टियों ने भी आक्रमण तेज कर दिया है.
दर असल ‘कैरावैन’ मैगजीन ने इस मामले में मालेगांव और समझौता एक्सप्रेस बम धमाकों के आरोपी असीमानंद के इंटरव्यू का हवाला देते हुए दावा किया था कि मोहन भागवत को धमाकों की जानकारी थी और उसे बाकायदा उनका आशीर्वाद हासिल था.
मैगजीन ने असीमानंद से बातचीत के टेप्स भी जारी किए हैं. हालांकि, मैगजीन के इन आरोपों पर असीमानंद के वकील ने कहा कि ऐसा कोई इंटरव्यू नहीं लिया गया है.
इधर इस मामले ने जबरदस्त तूल पकड़ लिया है .बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने तो मामले की सीबीआई जांच की मांग की है जबकि आरजेडी ने तो यहां तक कहा है कि बिना जांच किये ही मोहन भागवत को गिरफ्तार किया जाये.
जेडी (यू) नेता अली अनवर ने कहा कि आरएसएस की यही फितरत और विचारधारा है. उन्होंने कहा कि भागवत पर इस आधार पर मुकदमा होना चाहिए.
इस मामले के सामने आने के बाद भाजपा और शिव सेना जैसी पार्टियां बचाओ की मुद्रा में हैं. आरएसएस के विचारक एम जी वैद्य ने कहा, ‘ये सब मनगढ़ंत बातें हैं। इस तरह का काम संघ ने कभी किया ही नहीं है। संघ का कार्य व्यक्ति निर्माण का है.
असीमानंद ने अगर ऐसा कहा है तो वही बता सकते हैं कि उन्होंने यह बयान क्यों दिया है।जैसे-जैसे चुनाव पास आएंगे, ऐसी मनगढ़ंत बातें बढ़ती रहेंगी।’. भाजपा ने तो इस इंटर्व्यू को ही फर्जी करार दे दिया है. उधर गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि अघर असीमा नंद ने ये बातें कही हैं तो यह सही भी हो सकती है. सरकार इसकी जांच करायेगी.