जनता दल (यू) अध्यक्ष शरद यादव ने आज कहा कि मोदी सरकार यदि आरक्षण के मुद्दे पर गंभीर है तो इस पर चर्चा के लिए उसे संसद का विशेष सत्र बुलाना चाहिए । श्री यादव ने नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव के मौके पर लोगों की भावनायें भड़काने के लिए आरक्षण का मुद्दा उठा रही है ।
उन्होंने मौजूदा आरक्षण व्यवस्था की समीक्षा करने के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि इससे आरक्षण के दायरे में आने वाले लोगों में गहरी नाराजगी है । उन्होंने कहा कि श्री भागवत ने आरक्षण जैसे संवेदनशील मुद्दे को ऐसे समय में उठाया है, जब बिहार में विधानसभा चुनाव हो रहे है और राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुटे हैं ।
उन्होंने कहा कि भाजपा को आरक्षणा मामले पर चर्चा बंद करनी चाहिए अन्यथा हर चुनाव के पहले कुछ जातियां आरक्षण की मांग करेंगी । हर चुनाव से पहले अन्य जातियां आरक्षण की मांग को लेकर आन्दोलन कर सकती हैं । श्री यादव ने केन्द्र सरकार पर आरक्षण के दायरे में आने वाले लोंगों को रोजगार उपलब्ध कराने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर नयी बहस शुरू करने से इन जातियों में अशांति बढ़ेगी । उन्होंने सवाल किया कि क्या सरकार ने दो करोड़ युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का वादा पूरा कर लिया है ।