राष्ट्रीय लोक समता पार्टी अध्यक्ष एवं केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आरक्षण विरोधी बयान पर भारतीय जनता पार्टी से गंभीरता से विचार करने का आग्रह करते हुये आज कहा कि यदि समय रहते ऐसे बयानों पर गौर नहीं किया गया तो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक नुकसान भाजपा को हो सकता है।
श्री कुशवाहा ने पटना में कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि आखिर चुनाव के समय ही संघ ऐसे बयान क्यों देता है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा यह कहते रहे हैं कि देश में आरक्षण समाप्त नहीं किया जा सकता। मैं भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से आग्रह करता हूं कि संघ के ऐसे बयान पर गंभीरता से विचार करे अन्यथा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि इससे पहले बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भी संघ ने ऐसे ही बयान दिये थे और इसका खामियाजा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन भुगत चुका है। अब उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भी संघ की तरफ से आरक्षण विरोधी बयान आ रहे हैं। यदि भाजपा ने शीघ्र ही ऐसे बयानों पर गंभीरता से विचार नहीं किया तो उत्तर प्रदेश चुनाव में सबसे अधिक नुकसान भाजपा को झेलना पड़ सकता है।
गौरतलब है कि अभी हाल ही में आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने आरक्षण विरोधी बयान देकर हंगामा खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि आरक्षण का विषय भारत में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिहाज से अलग संदर्भ में आया है। भीम राव अंबेडकर ने भी कहा है कि किसी भी राष्ट्र में ऐसे आरक्षण का प्रावधान हमेशा नहीं रह सकता।