बिहार की आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई तकनीकी और कानूनी पेचीदगियों से खुदको सुसज्जित करने में जुटी है ताकि वह भ्रष्टाचारियों की चल अचल सम्पत्ति की जब्ती को मजबूती से अंजाम दे सके.
इस मकसद के तहत पटना में आयोजित कार्यशाल में गंभीर चर्चा हुई. इसमें प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक रंजन कटोच ने पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षित करते हुए बिहार कैडर के पुलिस अफसरों को मनी लाउंडरिंगग एक्ट के तहत किसी अपराधी की चल-अचल संपत्ति जब्त करने के लिए पुलिस के अधिकारों को समझाया.
राज्य सरकार ने हाल ही में आर्थिक अनुसंधान इकाई को समप्त्ति जब्त करने का अधिकार दिया है.
इस अवसर पर राज्य के पुलिस महानिदेशक अभ्यानंद भी मौजूद थे. उन्होंने पर्सन टू प्रोपर्टी अभियान के तौर तरीकों पर चर्चा की.
इस मौके पर क्षेत्रों में पदस्थापित आईजी, डीआईजी व उन तमाम जिलों के एसपी शामिल थे जहां संपत्ति जब्ती के मामले में पुलिस कार्रवाई में जुटी है.
इस बीच आर्थिक अनुसंधान इकाई ने अब नारकोटिक्स से जुड़े मामलों में भी संपत्ति जब्ती का काम शुरू कर दिया है. इस बात के मद्देनजर नारकोटिक्स महकमे के डिप्टी डायरेक्टर जनरल, पूर्वी क्षेत्र श्री साहू को आमंत्रित किया गया था.
इस अवसर पर नारकोटिक्स के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ने विभिन्न कानूनी प्रावधानों के बारे में पुलिस अधिकारियों को बताया.