मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि जब तक अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) एवं अति पिछड़ा वर्ग के लोगों के लिए आवास नहीं बन जाते तब तक अन्य योजनाओं का लाभ फलदायी नहीं होगा।
श्री कुमार ने यहां ‘मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय सहायता योजना’ एवं ‘मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना’ का शुभारंभ करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि वर्ष 1996 से पहले इंदिरा आवास योजना अथवा अन्य योजनाओं के तहत निर्मित आवास वर्तमान में जीर्ण-शीर्ण स्थिति में हैं। इसमें एससी, एसटी एवं अति पिछड़ा वर्ग के परिवार रहते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक लोगों के रहने के लिये आवास नहीं बन जाते, तब तक अन्य योजनाओं का लाभ फलदायी नहीं होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन वर्गों के परिवारों को आवास उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत आवास निर्माण के लिए राज्य निधि से एक लाख 20 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान करने का निर्णय किया है। आज 200 से ज्यादा लाभार्थियों को उनके खाते में राशि भेजी जा रही है। ग्रामीण विकास विभाग अगले पांच महीनों में मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय सहायता योजना के तहत 22 हजार लोगों को लाभ पहुंचाने में कामयाब होगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण आवास योजना के तहत अगले पांच माह में 20 हजार से ज्यादा लोगों को भी लाभान्वित करने की ग्रामीण विकास विभाग की योजना है। उन्हें उम्मीद है कि जल्द से जल्द इसे पूरा कर लिया जाएगा। राज्य सरकार हर हाल में तय की गई राशि उपलब्ध कराएगी।