पिछले रविवार 20 जुलाई, 2014 की दोपहर को आदर्श कॉलोनी, पटेल नगर के दुकानदार एक और ‘आशियाना कांड’ को अंजाम देना चाहते थे।
बताया जाता है कि दिल्ली में देश के ख्याति प्राप्त न्यूज मैगजीन और अखबारों में काम कर चुके फोटो पत्रकार रवि शंकर सहनी अपने भांजे के साथ आदर्श कॉलोनी, पटेल नगर, पटना स्थित रंजन इलेक्ट्रीकल्स से बिजली का स्विच बोर्ड खरीदने पहुँचे। रंजन इलेक्ट्रीकल्स के मालिक नागेन्द्र ने स्विच बोर्ड दिखाया और रवि शंकर सहनी द्वारा उसका मूल्य पूछने पर पचास रुपये बताया जबकि उस स्विच बोर्ड का दाम सिर्फ 26 रूपये था।
रवि द्वारा अधिक मूल्य का विरोध करने और स्विच बोर्ड का प्रिंटेड मूल्य दिखाने के लिए कहने पर दुकानदार नागेन्द्र रवि शंकर सहनी एवं उनके भांजे को गालियाँ देने लगा और जोर से धक्का देकर दुकान के बाहर गिरा दिया। जब तक दोनों संभल पाते दुकानदार दौड़ता हुआ दुकान के अन्दर गया और हॉकी स्टिक निकाल लाया और दोनों पर हमला कर दिया जिसमे रवि के भांजे का चश्मा टूट गया और उसके कंधे की हड्डी में जोरो की चोट आयी। तब तक आसपास के और दुकानदारों भीड़ भी जमा हो गयी, इस बीच मौका मिलते ही रवि ने 100 नंबर पर घटना की सूचना दे दी।
नागेन्द्र ने जब रवि को पुलिस को फोन करते देखा तो दुकानदारों को चीख- चीख कर कहने लगा कि मारो दोनों को। दोनों मेरा दुकान लूटने आया था, दोपहर में मुझे अकेला देखकर मुझे लूटने आया था। जान से मार डालो दोनों को और जब पुलिस आये तो बोलना डकैती करने आया था।
इतना सुनना था की आसपास के 15 से 20 दुकानदार दोनों को चारों ओर से घेर कर हॉकी, ईंट और लात-घूँसे से पिटाई करने लगे। रंजन इलेक्ट्रीकल्स का मालिक रवि के भांजे की गर्दन को जोर से दबाने लगा। जिसे रवि ने बड़ी मुश्किल से छुड़ाया तब तक वह अधमरा हो चूका था। इतने पर भी दुकानदारों का मन तभी नहीं भरा और वह लोग दोनों को पीटते रहे। बहुत मुश्किल से रवि और उनका भांजा दुकानदारों की चंगुल से निकल कर भाग पाए। इस बीच दुकानदारों ने रवि का मोटरसाइकिल भी छीन लिया।
पुलिस को फोन करने के बावजूद भी पुलिस उस समय तक घटना स्थल पर नहीं पहुंची, जबकि शस्त्रीनगर थाना घटना स्थल से मात्र एक किलोमीटर से भी काम दूरी पर है। सबसे खतरनाक बात यह थी कि दुकानदार मारते समय लगातार यह चीख-चीख कर कह रहे थे दोनों को जान से मार डालो और डकैती दिखा दो, दोनों का ‘आशियाना कांड’ कर दो।
‘आशियाना कांड’ दस वर्ष पुरानी वह घटना है जिसमें तीन नवयुवक विद्यार्थियों को पटना के आशियाना नगर इलाके में (जो कि घटना स्थल से सिर्फ डेढ़-दो किलोमीटर की ही दूरी पर है) इसी तरह के एक घटनाक्रम में स्थानीय दुकानदार द्वारा टेलीफोन बूथ पर अधिक पैसे लिए जाने पर विद्यार्थियों द्वारा विरोध किये जाने पर दुकानदारों ने तीनों विद्यार्थियों को पीट- पीट कर अधमरा कर दिया और शास्त्रीनगर थाने को सूचना दे दी। शास्त्रीनगर थाने की पुलिस पार्टी ने घटना स्थल पर पहुँच कर तीनों युवकों को नजदीक से गोली मार कर हत्या कर दी और उसे एनकाउंटर बता तीनों युवकों को डकैत घोषित कर दिया था। इस घटना का पिछले दिनों ही फैसला आया है, जिसमे तीन पुलिस वाले और दुकान के मालिक को फाँसी की सजा तथा एक और दुकानदार को उम्रकैद की सजा सुनाई गई।
रवि शंकर सहनी ने साथ हुई इस जानलेवा मारपीट लिए शास्त्रीनगर थाने में दुकानदार के खिलाफ जान से मारने की कोशिश की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। रवि पर थाने में पुलिस और दुकानदारों की ओर से मुकदमा वापस लेने के लिए बहुत दबाव बनाया गया, परंतु रवि ने मुकदमा वापस नहीं लिया।