बिहार के दरभंगा जिले में दोहरे इंजीनियर हत्याकांड समेत कई अन्य अपराधिक मामलों के आरोपी मोस्टवांटेड मुकेश पाठक को पुलिस ने झारखंड से कल गिरफ्तार करने के बाद आज तड़के दरभंगा पुलिस को सौंप दिया । स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) के पुलिस अधीक्षक शिवदीप लांडे ने यहां बताया कि मुकेश को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच झारखंड के रामगढ़ जिले से गिरफ्तारी के बाद तड़के पटना लाया गया । इसके बाद उसे दरभंगा पुलिस को सौंप दिया गया है।
एसटीएफ ने दरभंगा पुलिस को सौंपा
इसबीच पूछताछ में मुकेश ने बताया कि पिछले वर्ष 26 दिसम्बर को दरभंगा जिले के बहेड़ी थाना के शिवराम चौक के निकट सड़क निर्माण कार्य में लगी एक निजी कंपनी के दो अभियंताओं की कार्यस्थल पर ही हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद 25 लाख रुपये की राशि एक अन्य निजी निर्माण कंपनी से बतौर रंगदारी ली थी । इसके बाद से वह फरार चल रहा था । हालांकि अपराधी मुकेश की गिरफ्तारी में लगी एसटीएफ ने चार माह पूर्व ही उसके बैंक खाता से जमा और निकासी पर रोक लगा दी थी। इसी तरह जेल में बंद कुख्यात अपराधी सरगना संतोष झा जिसके कहने पर मुकेश ने निजी निर्माण कंपनी से 75 करोड़ रुपये रंगदारी रंगदारी की मांग की थी ।
संतोष के बैंक खाता को भी जब्त कर लिया गया था । संतोष का असम में स्कूल चलता है और इसी स्कूल के खाते में रंगदारी की राशि जमा की जाती थी । एसटीएफ के रोक लगाने के बाद बैंक के खातों से राशि की निकासी नहीं हो पाने के कारण मुकेश आर्थिक तंगी से परेशान था । मुकेश परेशान होकर झारखंड के रामगढ़ में अपने करीबीयों से मदद लेने की उम्मीद से कल पहुंचा था, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया । अपराधी मुकेश को पूछताछ के लिए दरभंगा के लहेरियासराय थाना ले जाया गया है, जहां पूछताछ के बाद उसे न्यायालय में पेश किया जायेगा । मुकेश पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था ।