बिहार के भ्रष्ट बाबुओं का जो हस्र पिछले दिनों हुआ था अब वही हस्र इंदौर के सरकारी बाबू का भी होने जा रहा है- अब उनके घर में भी स्कूल खोला जायेगा. इंदौर की विशेष अदालत ने ट्रांस्पोर्ट ऑफिस के इन भ्रष्ट बाबू रमन धुलथोये के आवास में स्कूल खोलने का आदेश दिया है.
धुल धोय एक क्लर्क हैं.
धुल धोय ने अपने पंद्रह साल के कार्यकाल में अकूत सम्पत्ति का जखीरा जमा कर लिया है. चमचमाती गाड़ियों का काफिला, एक फार्म हाउस किलो के भाव से सोने-चांदी के जेवरात और न जाने क्या क्या के मालिक भी हैं.
अदालत ने उनकी लगभग सात करोड़ रुपये की दौलत को भी जप्त करने का आदेश सुनाया है.
पिछले दिसम्बर में आर्थिक अपराध शाखा ने धुल धोय की सम्पत्ति का पता लगया था.
अदालत के इस आदेश के बाद इंदौर समेत राज्य भर के नौकरशाहों में एक नई बहस छिड़ गई है. इधर भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने वाले संगठनों ने इस आदेश के बाद संतोष व्यक्त करते हुए कहा है कि इसस भ्रष्टाचार में लिप्त अन्य बाबुओं के हौसले पस्त होंगे.